अमेरिका का एलान
अमेरिकी प्रशासन ने ताइवान को 10 अरब डॉलर से ज्यादा के हथियार बेचने की अनुमति दी है। इस विशाल पैकेज में मध्यम दूरी की मिसाइलें, आधुनिक तोपखाना प्रणालियां और ड्रोन शामिल हैं। यह घोषणा अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से की गई, उसी दौरान जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप देश को संबोधित कर रहे थे। हालांकि अपने भाषण में ट्रंप ने चीन या ताइवान का सीधा जिक्र नहीं किया, लेकिन इस कदम को उनकी रणनीतिक नीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
ताइवान को क्या मिलेगा?
इस सौदे के तहत ताइवान को हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) और सैकड़ों सामरिक मिसाइलें मिलेंगी। यही प्रणालियां पहले यूक्रेन को भी दी जा चुकी हैं, जिन्होंने युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा स्वचालित होवित्जर तोपें, बड़ी संख्या में ड्रोन, सैन्य सॉफ्टवेयर, जैवेलिन और टीओडब्ल्यू मिसाइलें भी इस पैकेज का हिस्सा हैं। समुद्री सुरक्षा के लिहाज से हार्पून मिसाइलों के लिए अपग्रेड किट भी शामिल की गई है।
ताइवान को मिलेगी मजबूती
ताइवान लंबे समय से इस आशंका में है कि चीन 2027 तक उस पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। ऐसे में अमेरिका की यह पहल ताइवान की रक्षा तैयारियों को नई मजबूती देती है। माना जा रहा है कि ताइवान के विदेश मंत्री के हालिया, अपेक्षाकृत गोपनीय अमेरिकी दौरे के बाद यह फैसला तेजी से आगे बढ़ा।
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