इस मॉक ड्रिल में जिला और पुलिस प्रशासन के साथ राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और अन्य आपात सेवाएं शामिल होंगी। ड्रिल के दौरान एक तय समय पर ब्लैकआउट किया जाएगा, जिसकी सूचना कुछ मिनट पहले सायरन बजाकर दी जाएगी।
तीन श्रेणियों में बंटे जिले
गृह मंत्रालय ने सुरक्षा संवेदनशीलता के आधार पर जिलों को तीन श्रेणियों में बांटा है: A श्रेणी में सिर्फ बुलंदशहर को रखा गया है, जहां नरोरा परमाणु संयंत्र स्थित है। B श्रेणी में लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, गोरखपुर, कानपुर, गाजियाबाद, मेरठ जैसे बड़े शहर शामिल हैं। जबकि C श्रेणी में बागपत और मुजफ्फरनगर को रखा गया है।
इसके अलावा वायुसेना स्टेशन होने के कारण बक्शी का तालाब (लखनऊ) और सरसावा (सहारनपुर) को विशेष रूप से मॉक ड्रिल में शामिल किया गया है। बक्शी का तालाब की मॉक ड्रिल को मीडिया कवरेज से बाहर रखा गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है और कहा है कि मॉक ड्रिल के दौरान घबराने की आवश्यकता नहीं है।
आपके जिले में मॉक ड्रिल का समय
अयोध्या शाम 7:00 – 7:30 बजे, गाजियाबाद सुबह 10:00 बजे / रात 8:00 बजे
बागपत शाम 7:00 बजे, बुलंदशहर शाम 4:00 बजे, लखनऊ शाम 7:00 बजे
वाराणसी सुबह 11:00 बजे, प्रयागराज शाम 6:30 बजे, बरेली रात 8:00 बजे
आगरा रात 8:00 बजे, मथुरा शाम 7:00 बजे, गोरखपुर शाम 6:30 बजे
कानपुर सुबह 9:30 बजे / शाम 4:00 बजे, चंदौली शाम 7:00 बजे
मेरठ शाम 4:00 बजे, मुरादाबाद दोपहर 12:00 बजे
बिजनौर सुबह 11:00 बजे, जौनपुर सुबह 11:00 बजे
उन्नाव सुबह 11:00 बजे, शामली सुबह 11:00 बजे
झांसी शाम 4:00 बजे, सहारनपुर शाम 4:00 बजे
ड्रिल का उद्देश्य
इस व्यापक मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को युद्ध जैसे हालात में सतर्क रहना, ब्लैकआउट के दौरान सुरक्षित स्थान पर पहुंचना और आपातकालीन सेवाओं से समन्वय स्थापित करना सिखाना है। साथ ही यह अभ्यास आपदा प्रबंधन तंत्र की तत्परता की भी परीक्षा लेगा।
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