भारत की ताकत: 'सूर्या' से कांपेंगे दुश्मन के फाइटर जेट

नई दिल्ली। भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और बड़ी छलांग लगाते हुए ऐसा स्वदेशी रडार सिस्टम तैयार कर लिया है जो दुनिया के सबसे उन्नत स्टील्थ फाइटर जेट्स को भी हवा में पकड़ सकता है। इस रडार का नाम है 'सूर्या'—एक ऐसा मोबाइल, सॉलिड-स्टेट 3D रडार सिस्टम, जो न सिर्फ दुश्मन की निगाहों से बचने वाले फाइटर जेट्स को ट्रैक कर सकता है, बल्कि उन्हें समय रहते निशाना बनाने की भी ताकत रखता है।

दुश्मनों की योजना पर फिरा पानी

जहाँ एक ओर चीन पाकिस्तान को स्टील्थ फाइटर देने की तैयारी में जुटा था, वहीं भारत ने उससे पहले ही जवाब तैयार कर लिया है। 'सूर्या' रडार की तैनाती की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है और रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अब तक इसकी छह यूनिट तैयार हो चुकी हैं। यह कदम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है।

स्टील्थ जेट्स की भी नहीं बचेगी पहचान

सूर्या रडार को F-22, F-35, J-20 और J-35 जैसे स्टील्थ फाइटर जेट्स को ट्रैक करने की क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है। यह VHF बैंड में काम करता है, जिससे ऐसे लक्ष्य भी इसकी पकड़ में आ जाते हैं जो आम रडार की पकड़ से बाहर होते हैं। इतना ही नहीं, यह रडार 2 वर्ग मीटर के रडार क्रॉस-सेक्शन वाले टारगेट को 360 किलोमीटर की दूरी से पहचान सकता है।

एयरो इंडिया 2025 में किया गया प्रदर्शन

भारत ने एयरो इंडिया 2025 में सूर्या रडार का पहला लुक प्रस्तुत कर पूरी दुनिया को अपनी तकनीकी ताकत का अहसास कराया। यह प्रदर्शनी भारत की रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भरता और अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों की झलक थी। रडार का प्रदर्शन यह साबित करता है कि भारत अब न केवल रक्षा उपकरणों का उपभोक्ता है, बल्कि विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी का निर्माता भी बन चुका है।

नतीजा: अब दुश्मन की एक भी चाल नहीं छुपेगी

'सूर्या' रडार के आने से भारत की वायु रक्षा प्रणाली में अभूतपूर्व मजबूती आई है। यह रडार हवा में छिपे दुश्मन की हर हरकत को पकड़ने, ट्रैक करने और खतरे की पूर्व चेतावनी देने में सक्षम है। विशेषज्ञ इसे भारत की वायुसीमा की रक्षा में गेम चेंजर मान रहे हैं।

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