तोप मुकाबले में कौन भारी?
भारत की आर्टिलरी संरचना पाकिस्तान से कही आगे हैं। भारत के पास आधुनिक, विविध और ज्यादा संख्या में तोपें हैं। साथ ही भारत ने स्वदेशी हथियार विकास में बड़ी छलांग लगाई है, जिससे आत्मनिर्भरता और लॉजिस्टिक सपोर्ट मजबूत हुआ है। पाकिस्तान की आर्टिलरी अभी भी काफी हद तक आयातित हथियारों पर निर्भर है, जिसमें चीन की भूमिका प्रमुख है।
भारत की आर्टिलरी ताकत ज्यादा मजबूत।
1 .बोफोर्स गन: कैलिबर: 155 MM, रेंज: 30 से 34 किमी, विशेषता: 1999 के कारगिल युद्ध में निर्णायक भूमिका; पहाड़ी इलाकों में सटीक निशाना मूल: स्वीडन
2 .धनुष (स्वदेशी तोप): कैलिबर: 155 MM, रेंज: 27 से 36 किमी, विशेषता: उन्नत फायर कंट्रोल सिस्टम, ऊंचे इलाकों में कारगर, मूल: भारत
3 .K9 वज्र (सेल्फ प्रोपेल्ड): कैलिबर: 155 MM, रेंज: 30 से 38 किमी, विशेषता: तेज मूवमेंट, रेगिस्तान व बॉर्डर एरिया में तैनाती के लिए उपयुक्त।
4 .M777 अल्ट्रा-लाइट हॉवित्जर कैलिबर: 155 MM, रेंज: 32 से 40 किमी, विशेषता: हल्की, हेलिकॉप्टर से शिफ्ट करने योग्य; पहाड़ी इलाकों में परफेक्ट, मूल: अमेरिका
5 .मल्टीबैरल रॉकेट सिस्टम: पिनाका (स्वदेशी): 40-90 किमी, स्मर्च (रूसी): 70-90 किमी, ग्रैड (रूसी): 20-40 किमी। विशेषता: बड़े इलाके में भारी तबाही, युद्ध के शुरुआती फेज में बेहद प्रभावी
पाकिस्तान की फायर पावर – चीन पर निर्भरता
1 .M109A5: कैलिबर: 155 MM, रेंज: 24 से 30 किमी, मूल: अमेरिका, विशेषता: सीमित संख्या में मौजूद
2 .M110A2: कैलिबर: 203 MM, रेंज: 20-29 किमी, विशेषता: पुरानी तकनीक, कम उपयोग,
3 .Type 54 (चीन निर्मित): कैलिबर: 120 MM, रेंज: लगभग 11 किमी, विशेषता: कम रेंज, पुरानी प्रणाली
4 .SH-15 (चीनी हावित्जर): कैलिबर: 155 MM, रेंज: लगभग 53 किमी, विशेषता: हाई मोबिलिटी, एडवांस्ड फायर कंट्रोल सिस्टम, मूल: चीन
5 .A-100 रॉकेट सिस्टम: रेंज: 40 से 90 किमी, विशेषता: लंबी दूरी की रॉकेट फायरिंग क्षमता, मूल: चीन
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