जिले में 4.40 लाख यूनिटें खतरे में
लखीमपुर जिले में कुल लगभग 8 लाख राशन कार्ड हैं, जिनसे करीब 31 लाख यूनिटें (यानी लाभार्थी) जुड़ी हैं। सरकार की तरफ से प्रति यूनिट 5 किलो राशन (3 किलो चावल व 2 किलो गेहूं) उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन अब तक केवल 26.5 लाख यूनिटों का ही ई-केवाईसी हो पाया है। लगभग 4.40 लाख यूनिटों की पहचान अब भी अधूरी है।
आठ महीने से चल रही है प्रक्रिया, फिर भी सुस्ती
ई-केवाईसी की प्रक्रिया विभाग द्वारा करीब आठ महीने पहले शुरू की गई थी। इसके बावजूद अभी तक एक बड़ी संख्या में लोग इसे कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। विभाग की तरफ से कोटेदारों को भी निर्देश दिए गए थे कि वे अपने-अपने लाभार्थियों से 100% ई-केवाईसी सुनिश्चित कराएं। इसके बावजूद प्रगति धीमी रही है।
अंतिम चेतावनी: 31 अगस्त है आखिरी मौका
जिलापूर्ति अधिकारी (DSO) अंजनी कुमार सिंह के अनुसार, सभी उपभोक्ताओं को ई-केवाईसी के लिए बार-बार रिमाइंडर भेजा गया है। लेकिन बहुत से लोगों ने अब तक इसे गंभीरता से नहीं लिया है। विभाग अब स्पष्ट कर चुका है कि 31 अगस्त के बाद बिना ई-केवाईसी वाले राशन कार्डों की यूनिटें स्वतः निरस्त कर दी जाएंगी। इसका सीधा मतलब यह है कि ऐसे लाभार्थियों को अगले महीने से राशन मिलना बंद हो सकता है। इसलिए जल्द से जल्द ई-केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा करें।
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