डेस्क: हिंदू धर्म में नागपंचमी के त्योहार का बड़ा महत्व है। इस दिन लोग भगवान शिव के साथ साथ नाग देवता की पूजा करते हैं। ऐसा कहा जाता हैं की इस दिन नाग देवता की पूजा करने से इंसान के जीवन में सुख और समृद्धि आती हैं तथा उनके जीवन में आने वाले कष्टों से छुटकारा मिल सकता हैं। इस बार नागपंचमी के दिन 125 साल बाद दुर्लभ संयोग बन रहा हैं। आज इसी सन्दर्भ में जानने की कोशिश करेंगे शुभ मुहूर्त के बारे में की इस नागपंचमी के दिन किस समय शुभ कार्य कर सकते हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
नागपंचमी का त्योहार श्रावण माह के शुक्ल पछ के दिन मनाया जाता हैं। इस बार नागपंचमी के दिन 125 साल बाद दुर्लभ संयोग बन रहा हैं। क्यों की इस बार का नागपंचमी सोमवार के दिन हैं। इस दिन इस दिन नागपंचमी मनाने वाले लोगों को दोगुना फल मिल सकता हैं।
इस बाद नागपंचंमी दुर्लभ संयोग के साथ साथ हस्त नक्षत्र में पड़ रहा हैं। जिससे इंसान के जीवन में सुख और समृद्धि आ सकती हैं साथ ही कष्टों से भी छुटकारा मिल सकता है।
शुभ मुहूर्त,
अगर आप नागपंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करना चाहते हैं तो 5 अगस्त के दिन सुबह 5:49 से 8:29 के बिच में करें। क्यों की ये समय सबसे शुभ समय है। अगर बात पुरे नागपंचमी की करें तो दोपहर 3:54 मिनट तक नागपंचमी रहेगा और फिर समाप्त हो जायेगा।
इस शुभ मुहूर्त पर आप अपने जीवन के कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं। आपके जीवन पर भगवान नाग देवता की कृपा बनी रहेगी। नागपंचमी के दिन बनने वाला ये दुर्लभ संयोग सबसे खास माना जा रहा हैं। इस दिन आप सुबह के समय शुभ मुहूर्त पर स्नान करके नाग देवता को दूध अर्पित करें। साथ ही साथ आप उनपर सुंगधित पुष्प भी चढ़ा सकते हैं। इससे आपको विशेष फल प्राप्त हो सकता हैं तथा आपके दैनिक जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आ सकती हैं।
इस नागपंचमी के दिन आप नाग देवता के साथ साथ भगवान शिव और गरुड़ की पूजा भी कर सकते हैं। इस दिन गरुड़ की भी पूजा की जाती हैं।
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