बिहार में शिक्षकों की पोस्टिंग को लेकर नए नियम जारी

पटना। बिहार में शिक्षकों के जिले स्तरीय तबादले की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद अब उनकी नई पोस्टिंग की तैयारी शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार करते हुए राज्यभर के जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि 15 जून तक सभी स्थानांतरित शिक्षकों को विद्यालय आवंटित कर दिया जाएगा।

1.30 लाख शिक्षकों की होगी पोस्टिंग

राज्य में लगभग 1.30 लाख शिक्षकों का तबादला हाल ही में संपन्न हुआ है। अब उन्हें नए स्कूलों में नियत करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, सभी शिक्षक 23 से 30 जून के बीच अपने आवंटित विद्यालयों में योगदान देंगे।

इन जिलों को मिलेगी प्राथमिकता

छात्र-शिक्षक अनुपात को संतुलित करने के लिए कुछ जिलों को प्राथमिकता दी जाएगी। इनमें शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, अररिया, कटिहार, खगड़िया, सुपौल, बांका, जमुई, किशनगंज, लखीसराय, भागलपुर और मधुबनी शामिल हैं। यदि शिक्षक इन जिलों को विकल्प के रूप में चुनते हैं, तो उनके आवेदनों पर प्राथमिकता के साथ विचार किया जाएगा।

पारदर्शिता को मिली प्राथमिकता

शिक्षा विभाग द्वारा इस बार तबादले की प्रक्रिया में पारदर्शिता और गोपनीयता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इस उद्देश्य से डीईओ को शिक्षकों के तबादले का कारण, उनका नाम, आईडी और पूर्व स्कूल की जानकारी नहीं दी जाएगी। डीईओ केवल शिक्षक की श्रेणी, विषय, वर्ग और पंचायतों के विकल्प देख सकेंगे। इससे किसी प्रकार के पक्षपात की संभावना को समाप्त किया जा सकेगा।

ऑनलाइन पोर्टल पर होगा आवंटन

शिक्षकों की पोस्टिंग प्रक्रिया पूरी तरह से शिक्षा विभाग के पोर्टल के माध्यम से संचालित होगी। डीईओ को एक समय में केवल एक शिक्षक की जानकारी ही प्रदर्शित की जाएगी। ‘प्रोसिड’ बटन पर क्लिक करने के बाद संबंधित शिक्षक द्वारा चुने गए पंचायतों की सूची खुल जाएगी और वहीं की उपलब्ध रिक्तियों के आधार पर स्कूल आवंटित किया जाएगा। यदि शिक्षक द्वारा चुने गए पंचायतों में कोई रिक्ति उपलब्ध नहीं होगी, तो निकटतम पंचायत के किसी स्कूल में पोस्टिंग दी जाएगी।

अनदेखी नहीं कर सकेंगे डीईओ

एक महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि डीईओ किसी भी शिक्षक के आवेदन को अनदेखा नहीं कर सकेंगे। एक शिक्षक की पोस्टिंग प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद ही अगला आवेदन उनके सामने खुलेगा। इससे प्रक्रिया में गति और पारदर्शिता बनी रहेगी।

दूसरे चरण में मिलेगा बदलाव का मौका

जो शिक्षक अपने वर्तमान स्थानांतरण से संतुष्ट नहीं हैं, उन्हें भी एक और अवसर मिलेगा। वे नियत विद्यालय में योगदान देने के बाद दोबारा आवेदन कर सकते हैं। ये आवेदन “दूसरे चरण” में निपटाए जाएंगे। शिक्षकों को ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपने आवेदन को संपादित करने या वापस लेने की सुविधा भी दी गई है।

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