अमेरिका ने किया ICBM मिसाइल का टेस्ट: 7 देशों के पास है ये शक्ति

न्यूज डेस्क: 21 मई 2025 को अमेरिका ने अपनी सैन्य शक्ति का एक और प्रदर्शन करते हुए इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) मिनटमैन III का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से अमेरिकी एयरफोर्स ग्लोबल स्ट्राइक कमांड की टीम द्वारा किया गया। खास बात यह रही कि इस बार मिसाइल को सिंगल मार्क-21 हाई फिडेलिटी री-एंट्री व्हीकल के साथ लॉन्च किया गया, जो इसे और अधिक सटीक व घातक बनाता है।

क्या है मिनटमैन III मिसाइल?

मिनटमैन III अमेरिका की ट्रायड न्यूक्लियर डिटरेंस प्रणाली का एक अहम हिस्सा है। यह एक थ्री-स्टेज सॉलिड फ्यूल ICBM है, जिसकी रेंज करीब 13,000 किलोमीटर तक है। यह मिसाइल दुनिया के किसी भी कोने में मिनटों में हमला करने में सक्षम है। इसमें एक या एक से अधिक वॉरहेड लगाए जा सकते हैं, और यह MIRV (Multiple Independently targetable Reentry Vehicle) तकनीक से भी लैस हो सकती है, जिससे यह एक साथ कई लक्ष्यों को भेद सकती है।

नया क्या है इस परीक्षण में?

इस परीक्षण में प्रयोग किया गया सिंगल मार्क-21 हाई फिडेलिटी री-एंट्री व्हीकल एक उन्नत तकनीक है, जो मिसाइल को दुश्मन के डिफेंस सिस्टम को चकमा देने और अधिक सटीकता से निशाना साधने की क्षमता देती है। यह तकनीक भविष्य के मिसाइल डिफेंस सिस्टम्स के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।

वैश्विक सुरक्षा पर प्रभाव

इस परीक्षण से यह साफ संदेश जाता है कि अमेरिका अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को न केवल बनाए हुए है, बल्कि उसे और आधुनिक भी कर रहा है। इससे वैश्विक शक्ति संतुलन पर भी असर पड़ेगा, खासकर तब जब रूस और चीन जैसे देश भी अपनी ICBM क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं।

किन 7 देशों के पास है ICBM क्षमता?

वर्तमान में दुनिया के केवल 7 देशों के पास ICBM तकनीक है: अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत और उत्तर कोरिया। इन सभी देशों के पास ऐसी मिसाइलें हैं जो हजारों किलोमीटर दूर स्थित लक्ष्य को पारंपरिक या परमाणु हथियारों से नष्ट करने में सक्षम हैं।

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