1. अमेरिका की वायु शक्ति अजेय
अमेरिका विश्व की सबसे मजबूत वायु सेना का मालिक है, जिसके पास 13,043 सैन्य विमान हैं। यह संख्या रूस, चीन, भारत, दक्षिण कोरिया और जापान की कुल वायु शक्ति से कहीं अधिक है। अमेरिका का विशाल रक्षा बजट, जो पूरी दुनिया के कुल सैन्य खर्च का लगभग 40% है, इसकी सैन्य ताकत को लगातार मजबूत करता है। अमेरिकी वायु सेना के पास अत्याधुनिक तकनीक से लैस लड़ाकू विमान, बॉम्बर्स और टैंकों का बेड़ा है, जो उसे विश्व की हवा में सर्वोच्च शक्ति बनाता है।
2. रूस की निरंतर प्रगति
दूसरे स्थान पर रूस है, जिसके पास 4,292 सैन्य विमान हैं। अमेरिका की तुलना में यह संख्या कम जरूर है, लेकिन रूस भी अपनी वायु शक्ति को अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों और तकनीकों के माध्यम से लगातार अपग्रेड कर रहा है। रूस के पास सु-35 और मिग-29 जैसे प्रबल लड़ाकू विमान हैं जो उसकी एयर डिफेंस क्षमता को बढ़ाते हैं।
3. चीन की तेजी से बढ़ती ताकत
चीन तीसरे स्थान पर है, जिसके पास 3,309 सैन्य विमान हैं। चीन अपने वायु बेड़े के आधुनिकीकरण पर भारी निवेश कर रहा है। इसके फाइटर जेट्स में जेडी-20 (J-20) जैसे स्टील्थ विमानों को शामिल किया गया है, जो उसकी रणनीतिक ताकत को बढ़ावा देते हैं। चीन का रक्षा बजट लगातार बढ़ रहा है और यह क्षेत्र में अपनी हवाई प्रभुता मजबूत कर रहा है।
4. भारत: एशिया और विश्व में बढ़ता दबदबा
भारत चौथे स्थान पर है और इसके पास 2,229 सैन्य विमान हैं। भारतीय वायु सेना (IAF) दक्षिण एशिया की सबसे ताकतवर वायु सेना है, जो वैश्विक स्तर पर भी सम्मानजनक स्थिति रखती है। भारत ने हाल ही में राफेल, तेजस, सुखोई-30 एमकेआई जैसे अत्याधुनिक विमानों को अपने बेड़े में शामिल किया है। इसके अलावा, देश स्वदेशी लड़ाकू जेट्स और स्टील्थ तकनीक पर भी जोर दे रहा है, जो इसकी वायु शक्ति को भविष्य में और मजबूत बनाएंगे।
5. दक्षिण कोरिया की बढ़ती एयर पावर
दक्षिण कोरिया के पास 1,592 लड़ाकू विमान हैं, जो इसे टॉप 10 देशों में स्थान दिलाते हैं। दक्षिण कोरिया अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए लगातार नए विमानों का निर्माण और आयात कर रहा है। यह देश अपने क्षेत्र में हवाई सुरक्षा के लिए बेहद सतर्क है।
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