यह निर्णय गुरुवार को शक्तिभवन में विद्युत कर्मचारी मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान लिया गया। इस दौरान पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने स्पष्ट किया कि कर्मचारियों की स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में यह एक अहम कदम है।
योजना की जिम्मेदारी निदेशक (वित्त) को
कैशलेस इलाज सुविधा को लखनऊ में लागू करने के लिए विस्तृत नीति और योजना तैयार करने की जिम्मेदारी पारेषण निगम के निदेशक वित्त को सौंपी गई है। जल्द ही राजधानी के चुनिंदा अस्पतालों को इस योजना में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
कर्मचारियों के हितों की रक्षा का आश्वासन
बैठक में अध्यक्ष डॉ. गोयल ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि कारपोरेशन हमेशा उनके हितों के लिए प्रतिबद्ध है। यदि आमेलन (merger) या पदोन्नति में कोई विसंगति है, तो उसे जल्द ही दुरुस्त किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी कर्मचारी की सेवा शर्तों या पदोन्नति में कोई कटौती नहीं की जाएगी।
बिजली व्यवस्था में सुधार और रिफॉर्म की योजना
अध्यक्ष ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार और कारपोरेशन बिजली क्षेत्र में व्यापक सुधार (रिफॉर्म) के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने विशेष रूप से दक्षिणांचल और पूर्वांचल डिस्कॉम का जिक्र करते हुए बताया कि इन क्षेत्रों में सुधार की अत्यधिक आवश्यकता है और इस दिशा में जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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