शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने जानकारी दी कि ट्रांसफर प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और तकनीकी माध्यमों से की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्थानांतरण की सूचना महिला शिक्षकों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर SMS के माध्यम से दी जाएगी, जिसके बाद वे ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर जाकर देख सकेंगी कि उन्हें किस जिले में स्थानांतरित किया गया है।
प्रधानाध्यापकों का भी 21 मई तक होगा पदस्थापन
इस प्रक्रिया के तहत न केवल महिला शिक्षकों का स्थानांतरण किया जा रहा है, बल्कि 21 मई तक प्रधानाध्यापकों का पदस्थापन भी कर दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्थानांतरण में दूरी को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे शिक्षकों को अपने कार्यस्थल तक पहुंचने में सुविधा हो और छात्र-शिक्षक संवाद बेहतर हो सके।
पारदर्शी प्रक्रिया, तकनीकी निगरानी
ट्रांसफर प्रक्रिया को डिजिटल माध्यमों से मॉनिटर किया जा रहा है। किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए पूरी प्रक्रिया को ई-शिक्षाकोष पोर्टल के जरिए संचालित किया जा रहा है। इससे न केवल शिक्षकों को सुविधा होगी, बल्कि स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती भी संतुलित तरीके से की जा सकेगी।
शिक्षा विभाग की बड़ी पहल
बिहार सरकार की यह पहल राज्य में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में अहम मानी जा रही है। शिक्षकों की मांग, स्थानांतरण, और स्कूलों में पदस्थापन की प्रक्रिया में गति लाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से यह एक बड़ा प्रशासनिक कदम है।
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