आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता
योगी सरकार द्वारा लिया गया यह फैसला आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा के क्षेत्र में एक अहम कदम माना जा रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी प्राकृतिक आपदा, युद्ध जैसी आपात स्थिति या मानवीय संकट के दौरान प्रभावी राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित किया जा सके। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों में सिविल डिफेंस के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की जाए और प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएं।
समाज को आपात स्थिति के लिए तैयार करेगा सिविल डिफेंस
सरकार का कहना है कि सिविल डिफेंस केवल आपदा प्रबंधन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह समाज को आपात स्थितियों के प्रति तैयार रहने की संस्कृति भी विकसित करेगा। इसके लिए प्रदेश भर में जनजागरूकता अभियान चलाए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इस व्यवस्था से जुड़ सकें।
युवाओं को मिलेगा प्रशिक्षण और रोजगार
सिविल डिफेंस व्यवस्था के विस्तार से प्रदेश के युवाओं के लिए नए रोजगार और प्रशिक्षण के अवसर भी खुलेंगे। इस योजना के तहत युवाओं को आपदा प्रबंधन, प्राथमिक चिकित्सा, बचाव कार्य और राहत वितरण जैसे क्षेत्रों में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वयंसेवकों की यह फौज संकट के समय न केवल लोगों की जान बचाने में मदद करेगी, बल्कि समाज में जनजागरूकता भी फैलाएगी।
मॉक ड्रिल में दिखा सिविल डिफेंस का दम
बीते 7 मई को देशभर में नागरिक सुरक्षा को लेकर आयोजित मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों ने प्रभावशाली भूमिका निभाई थी। इन कार्यकर्ताओं ने लोगों को सतर्क करने, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और तत्काल प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने में तत्परता दिखाई। यह स्पष्ट संकेत है कि सिविल डिफेंस व्यवस्था संकट की घड़ी में देश की एक बड़ी ताकत बन सकती है।
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