ट्रंप के 25% टैरिफ वार: भारत के इस प्रोडक्ट पर ज्यादा असर

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जो दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है। यह कदम अमेरिका की व्यापार नीति में सख्ती को दर्शाता है और भारत के कई प्रमुख निर्यात क्षेत्रों के लिए चुनौती बन सकता है। ट्रंप के इस फैसले से भारत के स्मार्टफोन, फार्मा, टेक्सटाइल, रत्न-आभूषण, और ऑटो पार्ट्स जैसे प्रमुख उत्पादों पर भारी असर पड़ने की संभावना है।

भारत-अमेरिका व्यापार: एक नजर

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध 2021 से काफी मजबूत हुए हैं। वित्त वर्ष 2024-25 में द्विपक्षीय व्यापार 186 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें भारत का निर्यात 86.5 अरब डॉलर था। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साथी बन चुका है। बावजूद इसके, ट्रंप प्रशासन ने व्यापार घाटे को कम करने के लिए टैरिफ बढ़ाने का फैसला किया है, जिससे भारतीय निर्यातकों को चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

प्रभावित प्रमुख सेक्टर और उत्पाद

1. स्मार्टफोन: सबसे बड़ा निर्यात उत्पाद

भारत से अमेरिका को निर्यातित स्मार्टफोन की मात्रा तेजी से बढ़ रही है। वित्त वर्ष 2025 में भारत ने अमेरिका को 24.1 बिलियन डॉलर के स्मार्टफोन निर्यात किए, जो पिछले साल से 55% अधिक हैं। खासकर एप्पल के आईफोन की असेंबलिंग भारत में होने से निर्यात में वृद्धि हुई है। 25% टैरिफ लगने से स्मार्टफोन निर्यातक भारी नुकसान झेल सकते हैं, क्योंकि यह क्षेत्र टैरिफ अटैक से सबसे ज्यादा प्रभावित होगा।

2. फार्मास्यूटिकल उत्पाद: जीवन रक्षक निर्यात

भारत अमेरिका को जेनरिक दवाओं और फार्मा उत्पादों का बड़ा सप्लायर है। वित्त वर्ष 2025 में इसका निर्यात करीब 10 बिलियन डॉलर रहा, जो भारत के कुल फार्मा निर्यात का लगभग एक-तिहाई हिस्सा है। अगर इन उत्पादों पर भी टैरिफ बढ़ाया गया तो अमेरिकी बाजार में दवाइयों की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे दोनों देशों के स्वास्थ्य क्षेत्र को नुकसान होगा।

3. टेक्सटाइल और अपैरल

भारत अमेरिका को लगभग 10.8 बिलियन डॉलर के कपड़े और परिधान निर्यात करता है, जो कुल टेक्सटाइल निर्यात का करीब 28% है। अमेरिका पहले से 10-12% टैरिफ लगाता है, जो अब 25% बढ़ सकता है। इससे भारतीय वस्त्र निर्माताओं को बाजार में प्रतिस्पर्धा में मुश्किलें आ सकती हैं।

4. रत्न और आभूषण

रत्न और आभूषण क्षेत्र भी टैरिफ वार का शिकार हो सकता है। वित्त वर्ष 2025 में अमेरिका को भारत के इस क्षेत्र का निर्यात लगभग 12 बिलियन डॉलर था। पहले से ही 27% टैरिफ होने के कारण इस क्षेत्र का मार्जिन कम है, और अतिरिक्त 25% टैरिफ लगने से मुनाफे पर बुरा असर पड़ेगा।

5. ऑटो पार्ट्स और इंजीनियरिंग गुड्स

भारत ने साल 2024 में लगभग 2.2 बिलियन डॉलर के ऑटो पार्ट्स अमेरिका को निर्यात किए। ट्रंप के टैरिफ से इस क्षेत्र में निर्यात प्रभावित हो सकता है, जो भारत सरकार के 'मेक इन इंडिया' पहल के लिए चिंता का विषय है। इससे इंजीनियरिंग गुड्स सेक्टर को भी झटका लग सकता है।

कुल मिलाकर प्रभाव

ट्रंप की 25% टैरिफ पॉलिसी से भारत के महत्वपूर्ण निर्यात क्षेत्रों में लागत बढ़ने और प्रतिस्पर्धा घटने की आशंका है। इससे भारतीय उत्पादों की अमेरिकी बाजार में मांग प्रभावित हो सकती है और निर्यातकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। भारत को इस चुनौती का सामना करने के लिए नई रणनीतियां बनानी होंगी, जिससे निर्यात घाटे को कम किया जा सके।

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