कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 1.92 निर्धारित किया जा सकता है, जिससे लेवल 1 और लेवल 2 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में भारी इजाफा होगा। चूंकि ग्रुप-D कर्मचारी मुख्यतः इन दोनों वेतन स्तरों में आते हैं, इसलिए उन्हें भी इसका सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है।
8वें वेतन आयोग की मुख्य बातें:
अनुमानित फिटमेंट फैक्टर: 1.92
यह 7वें वेतन आयोग में लागू फिटमेंट फैक्टर (2.57) से अलग एक नया फॉर्मूला हो सकता है, जो विशेष रूप से न्यूनतम वेतन वाले कर्मचारियों के लिए अधिक फायदेमंद हो सकता है। इससे लेवल 1 के कर्मचारियों की मौजूदा बेसिक सैलरी ₹18,000 से बढ़कर ₹51,480 हो सकती है। जबकि लेवल 2 के मौजूदा बेसिक सैलरी ₹19,900 से बढ़कर ₹56,914 तक जा सकती है।
वेतन वृद्धि का व्यापक असर:
1. कुल वेतन (Gross Salary) में इजाफा:
बेसिक सैलरी बढ़ने से महंगाई भत्ता (DA), मकान किराया भत्ता (HRA), और अन्य अलाउंस भी बढ़ेंगे। इससे कुल वेतन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
2. पेंशन पर असर:
रिटायर्ड कर्मचारियों को भी फायदा मिलेगा। फिटमेंट फैक्टर के आधार पर पेंशन में भी वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।
3. जीवन स्तर में सुधार:
कम वेतन पाने वाले कर्मचारियों की आय में वृद्धि से उनकी जीवनशैली, बचत, और वित्तीय सुरक्षा पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
0 comments:
Post a Comment