रूस ने Su-57 को बनाया और खतरनाक, भारत को ऑफर!

नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने वैश्विक रक्षा रणनीतियों में कई नए मोड़ लाए हैं। हाल ही में रूस द्वारा अपनी वायुसेना के सबसे घातक फाइटर जेट—सुखोई-35 (Su-35) और सुखोई-57 (Su-57)—को अत्याधुनिक R-77M हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से लैस किए जाने की खबर सामने आई है। यह वही दो विमान हैं जिन्हें रूस ने भारत को भी प्रस्तावित किया है।

क्या है R-77M मिसाइल की खासियत?

R-77M, दरअसल R-77 मिसाइल का उन्नत संस्करण है जिसे बियांड विजुअल रेंज (BVR) लड़ाई के लिए तैयार किया गया है। पुराने संस्करण की अधिकतम रेंज जहां 110 किमी तक सीमित थी, वहीं R-77M की मारक क्षमता 190 किलोमीटर तक पहुंच चुकी है। इस नई मिसाइल में लगा ड्यूल-पल्स मोटर और एक्टिव रडार सीकर इसे दुश्मन के इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर (ECM) को चकमा देने में सक्षम बनाता है।

भारत के लिए क्या है इसका मतलब?

भारत वर्तमान में सुखोई-30MKI जेट के बेड़े में R-77 मिसाइल का इस्तेमाल करता है, जो अब तकनीकी रूप से पुरानी हो चुकी है। चीन के पास PL-15E मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 145-300 किमी के बीच बताई जाती है, जबकि पाकिस्तान ने इसी मिसाइल को JF-17 और J-10C विमानों में एकीकृत किया है। इस परिस्थिति में अगर भारतीय वायुसेना को R-77M जैसी मिसाइल मिलती है, तो वह इस क्षेत्र में फिर से बढ़त हासिल कर सकती है।

क्या भारत लेगा Su-57 और Su-35?

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान इन दोनों विमानों पर चर्चा होने की उम्मीद है। हालांकि भारत ने अभी तक Su-57 या Su-35 की खरीद पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है, लेकिन R-77M जैसी मिसाइल के साथ यह प्रस्ताव कहीं ज्यादा आकर्षक हो गया है। यह भारतीय वायुसेना को न केवल अपने पुराने बेड़े को अपग्रेड करने का मौका देगा बल्कि एक नई रणनीतिक बढ़त भी दिला सकता है।

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