स्क्रीनिंग अभियान की आवश्यकता और उद्देश्य
हाल ही में बाराबंकी और लखनऊ में कुछ बच्चों की असमय मौतें इस बीमारी की गंभीरता को उजागर करती हैं। रूमेटिक हृदय रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिल के वाल्व सिकुड़ जाते हैं या उनमें रिसाव होने लगता है, जिससे दिल की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। यह बीमारी मुख्य रूप से गले में संक्रमण के बाद विकसित होती है और समय रहते इसका इलाज न होने पर जानलेवा साबित हो सकती है।
पीजीआई (पंजाब नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज) और स्टैनफोर्ड बायोडिज़ाइन के सहयोग से "आरएचडी रोको पहल" तैयार की गई है, जिसका उद्देश्य बच्चों में इस बीमारी की शुरुआती पहचान कर उनका समय पर उपचार सुनिश्चित करना है।
स्क्रीनिंग प्रक्रिया के चार चरण
यह अभियान चार चरणों में संचालित होगा:
1 .मौखिक प्रश्नावली: राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के कर्मचारी स्कूलों में जाकर बच्चों से खांसी, बुखार, सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई और चलने में थकान जैसे लक्षणों के बारे में सवाल पूछेंगे।
2 .डिजिटल स्टेथोस्कोप: एआई आधारित डिजिटल स्टेथोस्कोप की मदद से बच्चों के दिल की धड़कन की जांच की जाएगी, जिससे दिल की असामान्य धड़कनों का पता चलेगा।
3 .ईको जांच: यदि धड़कन में कोई असामान्यता पाई जाती है तो बच्चे को नजदीकी जिला अस्पताल में ईको (अल्ट्रासाउंड) जांच के लिए भेजा जाएगा, जिससे दिल के वाल्व की स्थिति की पुष्टि होगी।
4 .उपचार: जिन बच्चों में रूमेटिक हृदय रोग की पुष्टि होगी, उन्हें पीजीआई में लाकर विशेषज्ञ चिकित्सकों के तहत इलाज और आवश्यकतानुसार सर्जरी कराई जाएगी।
क्या है रूमेटिक हृदय रोग?
रूमेटिक हृदय रोग मुख्यतः वाल्व की सिकुड़न और रिसाव की समस्या है, जो दिल की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है। विश्व स्तर पर इस रोग के लगभग आधे मामले भारत में पाए जाते हैं। अनुमान है कि हर एक हजार बच्चों में लगभग पांच बच्चे इस बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं। बीमारी के लक्षणों में लगातार खांसी, बुखार, सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ प्रमुख हैं।
सरकार की पहल से क्या होगा फायदा?
इस पहल से बच्चों में समय रहते इस गंभीर बीमारी की पहचान हो सकेगी और उनका सही उपचार किया जाएगा, जिससे बच्चों की मौतों और हृदय रोग से होने वाली गंभीर जटिलताओं में कमी आएगी। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाते हुए यह कदम आने वाले वर्षों में बच्चों के जीवन को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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