बृहस्पतिवार के 3 दिव्य मंत्र, जो बदल दें तकदीर!

धर्म डेस्क। बृहस्पतिवार हिंदू धर्म में एक अत्यंत शुभ और पवित्र दिन माना जाता है। इसे गुरु देव का दिन भी कहा जाता है, जो ज्ञान, समृद्धि, और खुशहाली के कारक हैं। इस दिन किया गया कोई भी पुण्य कर्म और मंत्र जाप कई गुना फलदायक होता है। यदि आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं तो बृहस्पतिवार को तीन दिव्य मंत्रों का जाप करना अत्यंत लाभकारी साबित हो सकता है।

क्यों खास है बृहस्पतिवार?

बृहस्पतिवार को ग्रहों में गुरु का स्थान होता है। गुरु बृहस्पति विद्या, धर्म, धन, और भाग्य के स्वामी हैं। इस दिन किए गए मंत्र जाप से मानसिक शांति मिलती है, बुद्धि में वृद्धि होती है, और घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इसके अलावा यह दिन नए कार्य शुरू करने और महत्वपूर्ण फैसले लेने के लिए भी उत्तम माना गया है।

तीन दिव्य मंत्र जो बदल दें आपकी तकदीर

1 .ॐ गुरुर्वे नमः

इस मंत्र का जाप गुरु देव की कृपा पाने के लिए किया जाता है। यह मंत्र ज्ञान की प्राप्ति, मन की शांति, और सफल जीवन के लिए अत्यंत प्रभावशाली है। रोज़ाना 108 बार इस मंत्र का जाप करने से जीवन में अंधकार दूर होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

2 .ॐ ब्रह्मणस्पतये नमः

यह मंत्र गुरु बृहस्पति को समर्पित है। इसे जाप करने से आर्थिक समृद्धि बढ़ती है, करियर में उन्नति होती है, और मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं। इस मंत्र के नियमित जाप से धन संबंधी बाधाएं दूर होती हैं और व्यापार में तरक्की होती है।

3 .ॐ गं गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णुर्गुरूर्देवो महेश्वरः

यह मंत्र गुरु देव के तीन रूपों - ब्रह्मा, विष्णु, और महेश्वर - की स्तुति करता है। इसे करने से जीवन के सभी कष्ट कम होते हैं, ज्ञान और शक्ति का विकास होता है, और गुरु की आशीर्वाद से हर दिशा में सफलता मिलती है।

मंत्र जाप का सही तरीका

बृहस्पतिवार के दिन सुबह स्नान कर साफ वस्त्र पहनकर मंदिर में या अपने पूजा स्थल पर बैठकर मंत्रों का जाप करें। ध्यान और श्रद्धा के साथ 108 बार या कम से कम 21 बार जाप करने से गुरु देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही गाय के घी का दीपक जलाना और हवन करना भी इस दिन अत्यंत शुभ माना जाता है।

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