1. डायबिटीज (मधुमेह) में नियंत्रणकारी
तुलसी के बीज में मौजूद फाइबर और अल्फा-ग्लूकोसिडेज इनहिबिटर्स ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखने में मदद करते हैं। इन्हें खाने से भोजन के बाद ग्लूकोज का अवशोषण धीरे होता है, जिससे अचानक शुगर स्पाइक नहीं होता। सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में भीगे तुलसी बीज का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी माना जाता है।
2. कब्ज और पाचन समस्याओं में राहत
तुलसी के बीज घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं, जो पेट की सफाई में सहायक हैं। ये आंतों की गति को सुचारू बनाते हैं और कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं में आराम दिलाते हैं। भोजन से पहले या बाद में इसका सेवन पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
3. हाई ब्लड प्रेशर पर भी नियंत्रण
तुलसी के बीज शरीर में कूलिंग इफेक्ट लाते हैं और रक्त संचार को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इन बीजों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करते हैं और उच्च रक्तचाप को संतुलित करने में सहायक होते हैं।
4. थायराइड की समस्या में सहायक
तुलसी बीज का नियमित सेवन थायराइड हार्मोन को बैलेंस करने में मदद करता है। खासतौर पर हाइपोथायराइडिज्म में यह शरीर की चयापचय (मेटाबॉलिज्म) प्रक्रिया को सक्रिय बनाए रखने में सहायक माना जाता है।
5. मोटापा और वजन नियंत्रण
सब्जा बीज भूख को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, जिससे ओवरईटिंग की आदत कम होती है। पानी में भीगने के बाद ये बीज फूलकर जैल जैसे हो जाते हैं, जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराते हैं। इससे वजन कम करने में सहायता मिलती है।
सेवन का तरीका:
एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच तुलसी बीज भिगो दें। 15-20 मिनट बाद जब ये फूल जाएं, तब इसका सेवन करें। सुबह खाली पेट या भोजन से पहले।
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