1. स्वस्थ आहार को अपनाएं
फलों, सब्ज़ियों, नट्स और साबुत अनाज से भरपूर आहार स्पर्म की गुणवत्ता को सुधारने में मदद करता है। खासकर विटामिन C, विटामिन D, ज़िंक और फोलेट जैसे पोषक तत्व स्पर्म उत्पादन के लिए जरूरी होते हैं। हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, अंडे, मछली और दालें आहार में शामिल करें।
2. नियमित व्यायाम करें
शारीरिक गतिविधि न सिर्फ वजन नियंत्रित करती है, बल्कि टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को भी बढ़ाती है, जो स्पर्म काउंट के लिए बेहद जरूरी है। योग, दौड़ना या जिम में हल्का व्यायाम रोजाना करें, लेकिन अत्यधिक कसरत से बचें क्योंकि इससे उल्टा प्रभाव भी पड़ सकता है।
3. तनाव कम करें
तनाव और मानसिक दबाव स्पर्म काउंट पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। ध्यान, मेडिटेशन और गहरी सांस लेने के व्यायाम से मानसिक शांति मिलती है और हार्मोन संतुलित रहते हैं।
4. धूम्रपान और शराब से बचें
सिगरेट और शराब का सेवन स्पर्म की संख्या और गुणवत्ता दोनों को घटा सकता है। इन्हें पूरी तरह त्यागना या कम से कम सीमित करना फर्टिलिटी सुधारने के लिए जरूरी है।
5. पर्याप्त नींद लें
रात में कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेने से शरीर के हार्मोन सही संतुलन में रहते हैं। नींद की कमी से शरीर में तनाव हार्मोन बढ़ता है, जो स्पर्म काउंट को प्रभावित करता है।
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