भारत के पास है 3 देश के फाइटर जेट: जानकार चौंक जाएंगे

नई दिल्ली। भारत आज ऐसी वैश्विक शक्ति बन चुका है, जिसकी वायुसेना में दुनिया के सबसे शक्तिशाली वायुसेना की लिस्ट में शामिल हैं। भारत के पास भारत के अलावे दुनिया के तीन अन्य देशों के फाइटर जेट मौजूद हैं। यह सिर्फ सामरिक शक्ति का प्रदर्शन नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक दूरदृष्टि, बहुपक्षीय कूटनीति और तकनीकी संतुलन का प्रमाण है।

1 .रूस: भारतीय वायुसेना की रीढ़ – सुखोई Su-30MKI

रूस में बने और भारत में हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित Su-30MKI भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान बेड़ा है। यह ट्विन इंजन, मल्टी-रोल सुपरसोनिक फाइटर जेट हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमला करने में माहिर है। इसमें ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक मिसाइलें भी तैनात की जा सकती हैं, जो इसे बेहद खतरनाक बनाती हैं। भारत के पास रूस का बना मिग भी हैं। 

2 .फ्रांस: हवा से बिजली की रफ़्तार – राफेल

फ्रांसीसी कंपनी Dassault Aviation द्वारा निर्मित राफेल जेट्स ने भारत की हवाई ताकत को एक नई ऊंचाई दी है।2020 में जब पहला बैच भारत पहुंचा, तब से ये जेट्स भारत की ‘फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस’ बन चुके हैं। राफेल न केवल अत्याधुनिक एवियोनिक्स और रडार सिस्टम से लैस है, बल्कि यह परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है। इसकी लंबी दूरी की Meteor मिसाइलें 150 किमी से अधिक दूर तक दुश्मन को निशाना बना सकती हैं। भारत के पास फ़्रांस का मिराज फाइटर जेट भी हैं।

3 .ब्रिटेन: अजेय जुझारूपन – जगुआर

जगुआर फाइटर जेट एक अनोखा उदाहरण है जहां ब्रिटेन और फ्रांस की संयुक्त परियोजना से निकला विमान भारत की सेवा में दशकों से कार्यरत है। भारतीय वायुसेना ने जगुआर को 1979 में शामिल किया था, और तब से यह ग्राउंड अटैक और डीप-स्ट्राइक मिशनों में अहम भूमिका निभा रहा है। इसकी विशेषता है – निम्न ऊंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता और टारगेट पर सटीक प्रहार करना। भारत ने इसे समय-समय पर अपग्रेड कर सेवा में बनाए रखा है।

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