सावन में शिव की भक्ति, मिलेंगे 10 अद्भुत वरदान!

धर्म-रिपोर्ट। श्रावण मास, जिसे आम भाषा में सावन कहा जाता है, भगवान शिव को समर्पित सबसे पवित्र महीनों में से एक है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह महीना शिवभक्ति, व्रत, जप, और तप के लिए विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि सावन में की गई शिव पूजा शीघ्र फलदायी होती है और भोलेनाथ अपने भक्तों को विशेष वरदान प्रदान करते हैं।

शिव पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में वर्णित है कि सावन में शिव की सच्चे मन से उपासना करने से जीवन के तमाम कष्ट दूर होते हैं और सुख, शांति तथा समृद्धि प्राप्त होती है। आइए जानते हैं, सावन में शिव भक्ति करने से मिलने वाले 10 अद्भुत वरदानों के बारे में:

शिव पूजा से मिलने वाले 10 वरदान

1. मनोकामना पूर्ति: सावन में शिवलिंग पर जल अर्पण और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से मनचाही इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

2. स्वास्थ्य लाभ: शिव जी को ‘वैराग्य और औषधि के देव’ माना गया है। सावन में व्रत व शिव आराधना से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।

3. विवाह संबंधी बाधाएं दूर: कुंवारी कन्याएं सोमवार को व्रत रखकर शिव-पार्वती की पूजा करें तो योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।

4. नौकरी व करियर में सफलता: सावन में शिवजी की कृपा से नौकरी में स्थिरता, प्रमोशन व व्यवसाय में तरक्की मिलती है।

5. मानसिक शांति व स्थिरता: ध्यान, जप और शिव नाम स्मरण से मन को शांति और संतुलन प्राप्त होता है।

6. पारिवारिक सुख: शिव परिवार की पूजा से घर में प्रेम, समर्पण और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

7. ऋण मुक्ति: शिव को बेलपत्र अर्पित कर “ॐ नमः शिवाय” का जाप करने से कर्ज से मुक्ति मिल सकती है।

8. रोगों से रक्षा: महामृत्युंजय मंत्र और रुद्राभिषेक से गंभीर रोग भी दूर होने लगते हैं।

9. बुरी शक्तियों से सुरक्षा: सावन में की गई शिव उपासना बुरी नजर, तंत्र-मंत्र और नकारात्मकता से रक्षा करती है।

10. मोक्ष की प्राप्ति: शिव को आदियोगी और मोक्षदायक माना गया है। सावन में सच्चे मन से की गई भक्ति आत्मा को परम शांति की ओर ले जाती है।

कैसे करें पूजा?

रोज प्रातः स्नान कर शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा अर्पित करें। "ॐ नमः शिवाय" या महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें। सोमवार को व्रत रखें और शाम को शिव चालीसा पढ़ें। दूध-दही, फल व सात्विक आहार लें और संयम का पालन करें।

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