यूपी में अब छात्र-टीचरों की लगेगी ऑनलाइन हाजिरी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, संगठित और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में अब छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन माध्यम से दर्ज की जाएगी। यह नई व्यवस्था 1 जुलाई 2025 से प्रभावी हो गई है और इसे सभी 28529 राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन विद्यालयों में लागू किया गया है जो यूपी बोर्ड से संबद्ध हैं।

उद्देश्य और महत्त्व

इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्कूलों में उपस्थिति की प्रक्रिया को: पारदर्शी बनाना, तकनीकी रूप से सुदृढ़ करना, सुनियोजित और समयबद्ध करना है। ऑनलाइन अटेंडेंस प्रणाली से जहां एक ओर छात्रों की उपस्थिति की निगरानी बेहतर ढंग से की जा सकेगी, वहीं शिक्षकों की नियमितता और जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।

तकनीकी ढांचा

इस नई प्रणाली के तहत: एक विशेष पोर्टल विकसित किया गया है, साथ ही एक मोबाइल एप्लिकेशन भी तैयार किया गया है। प्रधानाचार्य या नामित शिक्षक इस एप के माध्यम से प्रतिदिन कक्षा 9 से 12 तक के प्रत्येक छात्र और विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की उपस्थिति को ऑनलाइन दर्ज करेंगे।

प्रशासन की तैयारी

यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी प्रधानाचार्य इस प्रणाली को गंभीरता से लागू करें और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी स्थिति में उपस्थिति प्रक्रिया बाधित न हो। बोर्ड द्वारा इस कार्य के लिए विद्यालयों को आवश्यक तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

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