भूलने की बीमारी से बचना है? आज से ही शुरू करें ये 5 सुपरफूड्स

हेल्थ डेस्क। तेजी से बदलती जीवनशैली, तनाव, नींद की कमी और असंतुलित आहार का असर सबसे पहले हमारे दिमाग पर पड़ता है। खासकर उम्र बढ़ने के साथ-साथ याददाश्त कमजोर होने लगती है। डॉक्टरों के अनुसार, अगर समय रहते खानपान में सुधार कर लिया जाए तो भूलने की बीमारी यानी मेमोरी लॉस और डिमेंशिया जैसी समस्याओं से काफी हद तक बचा जा सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ खास सुपरफूड्स हैं जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं और उम्र बढ़ने के बावजूद दिमाग को तेज बनाए रखते हैं। आइए जानते हैं वे 5 सुपरफूड्स जिन्हें अपनी डाइट में शामिल कर आप दिमागी कमजोरी से बच सकते हैं।

1. अखरोट: ब्रेन का बूस्टर फूड

अखरोट को ‘ब्रेन फूड’ कहा जाता है और यह दिखने में भी दिमाग जैसा ही होता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट्स मस्तिष्क की कोशिकाओं को मज़बूत करते हैं और याददाश्त को बेहतर बनाते हैं। रोज़ाना 4-5 अखरोट खाना बेहद लाभकारी है।

2. ब्लूबेरी: याददाश्त को रखे दुरुस्त

ब्लूबेरी में मौजूद फ्लैवोनॉइड्स दिमाग की सूजन कम करने और न्यूरॉन्स के बीच बेहतर संपर्क बनाने में मदद करते हैं। यह अल्ज़ाइमर जैसी बीमारियों से भी सुरक्षा देती है। अगर ब्लूबेरी न मिले तो आवंला या जामुन एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

3. मछली: ओमेगा-3 से भरपूर

सैल्मन, टूना और सार्डिन जैसी मछलियों में भरपूर मात्रा में DHA और EPA नामक ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो ब्रेन फंक्शन को बढ़ावा देते हैं और न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स से रक्षा करते हैं। शाकाहारी विकल्प के तौर पर अलसी और चिया सीड्स भी लाभकारी हैं।

4. अंडा: कोलीन से दिमाग को ऊर्जा

अंडे में मौजूद कोलीन नामक पोषक तत्व दिमागी विकास में मदद करता है और मेमोरी पावर को बनाए रखता है। यह न्यूरोट्रांसमीटर ‘एसिटाइलकोलाइन’ के उत्पादन में मदद करता है, जो दिमाग के सिग्नल भेजने की क्षमता को बेहतर बनाता है।

5. हल्दी: प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो दिमागी सूजन को कम करता है और ब्रेन सेल्स की रक्षा करता है। हल्दी दूध या हल्दी वाली चाय रोज़ाना लेने से लंबे समय तक याददाश्त दुरुस्त बनी रहती है।

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