सरकार का रुख -बकाया डीए नहीं मिलेगा
हाल ही में लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने स्पष्ट किया कि रोकी गई डीए की किश्तें अब कर्मचारियों को नहीं दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि यह निर्णय महामारी के दौरान उत्पन्न वित्तीय दबाव को देखते हुए लिया गया था। उस समय देश का राजकोषीय घाटा 9.2% तक पहुंच गया था। हालांकि वर्तमान में सरकार ने इसे घटाकर बजट अनुमान 4.4% पर लाने में सफलता पाई है, लेकिन फिर भी डीए बकाया भुगतान की कोई योजना नहीं है।
यह बयान उन लाखों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए निराशाजनक रहा जो लगातार यह मांग कर रहे थे कि रोका गया डीए भुगतान किया जाए। कर्मचारी संगठनों ने भी कई बार इस विषय को उठाया, लेकिन सरकार का रुख शुरू से ही साफ रहा है।
वर्तमान डीए दर -55%, जल्द हो सकती है बढ़ोतरी
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 55% महंगाई भत्ता मिल रहा है। जुलाई-दिसंबर 2025 की संशोधन अवधि में इसमें 3% की संभावित बढ़ोतरी की चर्चा है, जिससे डीए दर बढ़कर 58% हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस नई दर की घोषणा दिवाली के आसपास हो सकती है, जिससे कर्मचारियों को त्योहार के समय थोड़ी राहत मिल सकती है। यह संशोधन महंगाई दर के आंकड़ों और अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) के आधार पर किया जाएगा।
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