1. वेतन में उल्लेखनीय वृद्धि
8वें वेतन आयोग से ग्रुप-D कर्मचारियों के मासिक वेतन में अच्छी खासी बढ़ोतरी हो सकती है। वर्तमान में ये कर्मचारी न्यूनतम बेसिक पे पर काम कर रहे हैं, जो महंगाई के मुकाबले कम माना जाता है। नए वेतन आयोग में मूल वेतन (Basic Pay) को बढ़ाने और ग्रेड पे में संशोधन की मांग की जा रही है।
2. महंगाई भत्ता (DA) में बढ़ोतरी
महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में बढ़ोतरी की भी संभावना है। महंगाई दर के आधार पर मिलने वाला DA कर्मचारियों की बुनियादी जरूरतों की पूर्ति में अहम भूमिका निभाता है। संभावना है कि डीए की गणना की प्रक्रिया में संशोधन कर इसे मूल वेतन में मर्ज किया जा सकता है, जिससे कुल वेतन और पेंशन दोनों में बढ़ोतरी होगी।
3. बीमा कवर में बड़ा सुधार
वर्तमान में ड्यूटी के दौरान मृत्यु की स्थिति में मिलने वाला बीमा कवर ₹30,000 से ₹1.2 लाख तक है। ग्रुप-D कर्मचारी संगठनों की मांग है कि यह राशि ₹10 लाख से ₹15 लाख तक की जाए। यदि यह प्रस्ताव स्वीकार किया गया, तो यह कर्मचारियों के परिवारों को बेहतर आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगा।
4. पेंशन और रिटायरमेंट लाभों में बदलाव
पेंशनभोगियों के लिए कई बदलाव प्रस्तावित हैं, जैसे: 15 साल की जगह 12 साल में पेंशन की बहाली, हर 5 साल में पेंशन रिवीजन, ग्रैच्युटी और फैमिली पेंशन में वृद्धि, इन सभी बदलावों से रिटायरमेंट के बाद वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित की जा सकेगी।
5. डीए गणना का नया फॉर्मूला
सरकार 10 साल पुराने डीए फॉर्मूले को अपडेट करने पर विचार कर रही है। यदि डीए को मूल वेतन में मर्ज किया जाता है, तो इससे कर्मचारियों की टेक-होम सैलरी में बढ़ोतरी होगी और पेंशन की गणना भी लाभकारी होगी।
6. कार्य स्थलों पर सुविधाओं में सुधार
ग्रुप-D कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा, यूनिफॉर्म भत्ता, यात्रा भत्ता (TA) और अन्य सुविधाओं में भी सुधार की उम्मीद की जा रही है। इन सुधारों से कार्यस्थल की स्थिति और जीवन स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि ये सभी चीजें अनुमानित हैं पूरी जानकारी सरकार के घोषणा के बाद ही सामने आएगी।
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