बिहार में 'शिक्षकों' के लिए बड़ा अपडेट, तुरंत पढ़ें

पटना। बिहार सरकार ने शिक्षकों के तबादले (ट्रांसफर) की प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव करने का निर्णय लिया है, जिससे प्रदेश के लाखों शिक्षकों को राहत मिलने की उम्मीद है। लंबे समय से स्थानांतरण का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए अब उम्मीद की किरण नजर आ रही है। इस महीने से ही जिला स्तरीय स्थापना समिति के माध्यम से तबादले शुरू हो जाएंगे। शिक्षा विभाग जल्द ही इसके लिए विस्तृत गाइडलाइन भी जारी करेगा, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और व्यवस्थित रूप से पूरी की जा सके।

अब नए सिरे से तबादले के लिए मिलेगा आवेदन का मौका

इस बार शिक्षकों को नए सिरे से ट्रांसफर के लिए आवेदन देने का मौका दिया जाएगा। खास बात यह है कि शिक्षकों को तीन जिलों का विकल्प चुनने का अधिकार होगा, और उन्हीं विकल्पों में से किसी एक जिले में उनका स्थानांतरण किया जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया जिला स्तर पर गठित समिति की अनुशंसा पर आधारित होगी, जिसकी अध्यक्षता संबंधित जिलों के जिलाधिकारी (DM) करेंगे।

पारस्परिक तबादले की व्यवस्था समाप्त करने की तैयारी

शिक्षा विभाग अब पारस्परिक तबादले की व्यवस्था को धीरे-धीरे समाप्त करने की ओर बढ़ रहा है। हालांकि अभी तक यह विकल्प खुला हुआ है, लेकिन जल्द ही इसे बंद किया जा सकता है। अब तक राज्य में 23,578 शिक्षकों का म्युच्युअल ट्रांसफर किया जा चुका है, जो तीन चरणों में पूरा हुआ। म्युच्युअल ट्रांसफर के लिए समान श्रेणी (समान कोटि) के शिक्षक एक-दूसरे की सहमति से स्थानांतरण कर सकते थे। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उपलब्ध थी।

अंतरजिला तबादले पर रहेगा मुख्य फोकस

राज्य में ऐसे शिक्षक अधिक संख्या में हैं जो अंतरजिला स्थानांतरण की प्रतीक्षा में हैं। उन्हें अब तीन जिलों का विकल्प चुनने की छूट मिलेगी। समिति द्वारा इन्हीं विकल्पों के आधार पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। यह व्यवस्था पारदर्शिता और शिक्षक हित को ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है।

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