पारदर्शिता और मेरिट को प्राथमिकता
मंत्री सुनील कुमार ने दावा किया कि अब तक शिक्षा विभाग ने 2.5 लाख से अधिक नियुक्तियां पूरी तरह पारदर्शी तरीके से की हैं। उनका कहना है कि चयन केवल मेरिट के आधार पर होता है और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, सिफारिश या पक्षपात की कोई गुंजाइश नहीं है। यह बयान उन तमाम युवाओं के लिए भरोसे की बात है, जो लंबे समय से सरकारी शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं।
भर्ती प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
TRE-4 के तहत राज्य भर के स्कूलों में अलग-अलग विषयों और श्रेणियों में हज़ारों पदों पर भर्ती की जाएगी। शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार की प्राथमिकता यह है कि योग्य उम्मीदवारों को जल्द से जल्द नौकरी दी जाए, ताकि स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जा सके।
TRE-5 की तैयारी भी जारी
एक और महत्वपूर्ण जानकारी यह है कि सरकार TRE-5 की भी तैयारी कर रही है, जिसे विधानसभा चुनाव के बाद शुरू किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि आने वाले महीनों में और भी अधिक पदों पर भर्तियां होने की उम्मीद है, जिससे बिहार के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
युवाओं के लिए सुनहरा मौका
शिक्षक बनने का सपना देखने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह एक सुनहरा मौका है। लगातार आ रही बहालियों से यह संकेत मिलता है कि बिहार सरकार शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। यदि आप इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो अभी से तैयारी में जुट जाना सबसे समझदारी भरा कदम होगा।
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