बाढ़ की स्थिति और सरकारी कार्रवाई
हाल ही में हुई भारी बारिश और गंगा सहित अन्य प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण बिहार के कई जिलों, खासकर भागलपुर, खगड़िया, कटिहार और पूर्णिया में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं और हजारों परिवारों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर जिले का दौरा कर बाढ़ राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। अधिकारियों ने उन्हें बाढ़ की अद्यतन स्थिति, प्रभावित गांवों की संख्या, विस्थापित परिवारों की स्थिति और राहत शिविरों की व्यवस्था की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री, चिकित्सा सेवाएं और साफ पीने का पानी तत्काल पहुंचाया जाए।
राहत राशि की प्रक्रिया
बाढ़ पीड़ित परिवारों की पहचान स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही है। प्रत्येक पात्र परिवार के बैंक खाते में ₹7000 की अनुग्रह राशि DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाएगी। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सहायता में किसी प्रकार की देरी न हो और सभी पीड़ितों को यह मदद शीघ्र मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ पीड़ितों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है और किसी को भी बेसहारा नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार राहत के साथ-साथ पुनर्वास की भी योजना बना रही है, जिससे प्रभावित लोगों को दोबारा सामान्य जीवन में लौटने में सहायता मिल सके।
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