रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, एक ब्रह्मोस मिसाइल की कीमत लगभग 34 से 40 करोड़ रुपये के बीच होती है। हालांकि, यह कीमत मिसाइल के संस्करण (ब्लॉक-I, ब्लॉक-II, ब्लॉक-III आदि), रेंज, और किस प्लेटफॉर्म से दागी जानी है, इन सभी पहलुओं पर निर्भर करती है। अगर मिसाइल में अतिरिक्त अपग्रेड या स्पेशल तकनीकें जोड़ी जाती हैं, तो इसकी कीमत और भी अधिक हो सकती है।
क्यों है इतनी महंगी?
ब्रह्मोस मिसाइल को सुपरसोनिक गति (2.8 मैक ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना तेज) से उड़ने की क्षमता प्राप्त है। यह दुश्मन की रडार प्रणाली को चकमा देकर 290 से 450 किलोमीटर तक सटीक निशाना साध सकती है। इसमें आधुनिक गाइडेंस सिस्टम, स्टीयरिंग टेक्नोलॉजी और वेपन इंटीग्रेशन तकनीकें शामिल हैं, जो इसे दुनिया की सबसे खतरनाक क्रूज मिसाइलों में से एक बनाती हैं।
भारत के लिए क्यों है यह महत्वपूर्ण?
ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली ने भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की ताकत को कई गुना बढ़ा दिया है। इसकी उच्च गति और सटीकता के कारण यह दुश्मन के ठिकानों को पल भर में तबाह करने में सक्षम है। हाल के वर्षों में भारत ने कई देशों के साथ ब्रह्मोस मिसाइल के निर्यात को लेकर बातचीत शुरू की है, जिसमें फिलीपींस पहला देश बन चुका है जिसने इस मिसाइल की खरीद के लिए समझौता किया है।
विदेशी बाजार में भी ब्रह्मोस की मांग
फिलीपींस के साथ हुई डील के तहत एक बैच की कीमत लगभग 375 मिलियन डॉलर (करीब 3100 करोड़ रुपये) रही, जिससे साफ है कि वैश्विक बाजार में इसकी कितनी बड़ी मांग और कीमत है। आने वाले समय में वियतनाम, इंडोनेशिया और ब्राजील जैसे देशों से भी इसके निर्यात की संभावना जताई जा रही है।
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