बेहतर कनेक्टिविटी की ओर एक कदम
इन पुलों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाकर शासन को भेज दी है। प्रस्ताव के मुताबिक, जिन पुलों को एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा, उनमें यमुना नदी पर करैलाबाग से मड़ौका के बीच बनने वाला फोरलेन पुल शामिल है, जिसे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। इस पुल के बनने से चित्रकूट, बांदा, झांसी और मैहर जैसे शहरों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। खासतौर पर प्रयागराज के पुराने शहर क्षेत्रों जैसे कीडगंज, मुट्ठीगंज, मीरापुर और चौक के लोगों को अब ट्रैफिक से राहत मिलेगी और वे सीधे एक्सप्रेस-वे पर पहुंच सकेंगे।
रीवा एक्सप्रेस-वे से भी जुड़ेगा नया पुल
इसके अलावा, नए यमुना पुल के समानांतर एक छह लेन का पुल बनने जा रहा है, जिसे रीवा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। यह लिंक प्रयागराज से रीवा, सतना, सीधी और नागपुर जैसी जगहों की ओर जाने वालों के लिए बड़ी सुविधा प्रदान करेगा। इससे यात्रा में समय की बचत होगी और यातायात का दबाव भी कम होगा।
गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा ये पुल
गंगा नदी पर प्रस्तावित सलोरी से हेतापट्टी के बीच फोरलेन पुल को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की योजना है। इसके लिए एक विशेष लिंक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। इस परियोजना की डीपीआर अक्टूबर तक तैयार होने की संभावना है। इन सभी योजनाओं से प्रदेश में लॉजिस्टिक्स, व्यापार और परिवहन के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आने वाला है।
निर्माण को लेकर तैयारियां पूरी
सरकार की ओर से इन चारों पुलों के निर्माण के लिए लगभग 3,000 करोड़ रुपये की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो नवंबर 2025 से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। प्रशासन का दावा है कि यह काम तेजी से किया जाएगा ताकि समय पर पूरा हो सके।
0 comments:
Post a Comment