दुनिया के ये 4 महाशक्ति देश, जिनका रक्षा कवच है मजबूत!

नई दिल्ली। वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में जहां भू-राजनीतिक तनाव और तकनीकी युद्धों का ख़तरा बढ़ रहा है, वहां हर देश अपनी रक्षा प्रणाली को और भी अधिक मजबूत बनाने की दौड़ में शामिल है। लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने अत्याधुनिक रक्षा कवच और सैन्य तैयारी के दम पर खुद को दुनिया की अजेय महाशक्तियों की सूची में स्थापित कर लिया है। आइए जानते हैं उन चार देशों के बारे में जिनका रक्षा कवच न केवल अभेद्य है, बल्कि विश्व की सुरक्षा संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

1. संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America)

अमेरिका दशकों से रक्षा क्षेत्र में सबसे आगे है। इसके पास अत्याधुनिक तकनीकों से लैस सेना, एयरक्राफ्ट कैरियर्स, सटीक मिसाइल डिफेंस सिस्टम और साइबर वॉरफेयर की बेजोड़ ताक़त है।

प्रमुख रक्षा कवच: THAAD (Terminal High Altitude Area Defense), Aegis Combat System, और NORAD जैसे शक्तिशाली सिस्टम इसकी सुरक्षा की रीढ़ हैं।

2. रूस (Russia)

रूस पारंपरिक सैन्य ताक़त और न्यूक्लियर शील्ड दोनों में ही अग्रणी है। अपने सामरिक मिसाइल सिस्टम और अत्याधुनिक S-400 व S-500 एयर डिफेंस के चलते यह दुनिया के सबसे मजबूत रक्षा कवच वाले देशों में गिना जाता है।

प्रमुख रक्षा कवच: S-400 और S-500 मिसाइल डिफेंस सिस्टम, रेडियो इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर टेक्नोलॉजी।

3. चीन (China)

तेज़ी से उभरती महाशक्ति चीन ने बीते कुछ वर्षों में रक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश किया है। PLA (People's Liberation Army) दुनिया की सबसे बड़ी स्थायी सेना है।

प्रमुख रक्षा कवच: S-400 और HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम, साइबर सुरक्षा व स्पेस डिफेंस क्षमता।

4. भारत (India)

भारत ने बीते दो दशकों में रक्षा तकनीक में उल्लेखनीय प्रगति की है। जहां यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा सैन्य बजट वाला देश है, वहीं इसकी सुरक्षा नीति में आत्मनिर्भरता पर ज़ोर है।

प्रमुख रक्षा कवच: S-400 ट्रायम्फ (रूस से प्राप्त), स्वदेशी विकसित ‘Akash’ और ‘Prithvi’ मिसाइलें, AAD-BMD (Ballistic Missile Defence)।

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