ये हैं दुनिया के टॉप-5 फाइटर जेट्स, 1 भारत के पास

नई दिल्ली। आधुनिक युद्ध अब केवल ज़मीन या समुद्र तक सीमित नहीं हैं—वायुसेना ही वह शक्ति बन चुकी है जो युद्ध का रुख तय करती है। दुनिया की बड़ी सैन्य ताकतें लगातार ऐसे फाइटर जेट्स विकसित कर रही हैं, जो न केवल दुश्मन के ठिकानों को तबाह कर सकें, बल्कि दुश्मन को खुद के अस्तित्व का आभास भी न होने दें। इस रिपोर्ट में हम बात कर रहे हैं ऐसे 5 खतरनाक और अत्याधुनिक फाइटर जेट्स की, जिनकी गड़गड़ाहट सुनते ही दुश्मनों के पसीने छूट जाते हैं।

1. Lockheed Martin F-35 Lightning II

F-35 केवल एक फाइटर जेट नहीं, बल्कि एक उड़ता हुआ कमांड सेंटर है। यह अमेरिका का फिफ्थ-जेनरेशन मल्टी-रोल स्टील्थ फाइटर है, जिसे हवा से हवा और हवा से ज़मीन पर सटीक हमले के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसकी सबसे बड़ी ताकत है इसका एडवांस्ड सेंसर नेटवर्क, जो पायलट को 360 डिग्री दृश्य देता है और दुश्मन की हर हरकत को पहले ही भांप लेता है। सुपरक्रूज़ टेक्नोलॉजी, रडार-एवेज़न (Radar Evasion) क्षमता और मैक 2.25 की रफ्तार इसे एक अजेय हथियार बना देती है।

2. Lockheed Martin F-22 Raptor

F-22 रैप्टर को अक्सर "गोपनीय घातकता" (Stealth Lethality) का प्रतीक कहा जाता है। यह लड़ाकू विमान इतना स्टील्थ है कि रडार इसकी उपस्थिति पकड़ भी नहीं पाता और तब तक दुश्मन का अंत हो चुका होता है। यह जेट सुपरक्रूज़ के साथ बिना रीहीटर्स के भी तेज़ी से उड़ सकता है, जो इसे अधिक चुपचाप और फुर्तीला बनाता है। हवा में इसकी लड़ने की क्षमता इतनी उन्नत है कि यह अकेले ही कई दुश्मनों को मात दे सकता है।

3. Sukhoi Su-57 – रूस का तकनीकी पैंथर

रूस का Su-57 दिखने में जितना आकर्षक है, उतना ही घातक भी है। यह रूस का पहला फिफ्थ-जेनरेशन फाइटर है, जिसमें स्टील्थ डिजाइन, एक्टिव फेज़्ड एरे रडार, और सुपीरियर मैनूवरिंग क्षमताएं हैं। यह एक साथ कई टारगेट को ट्रैक और लॉक कर सकता है। इसके थ्रस्ट-वेक्टरिंग नोजल्स इसे हवा में अभूतपूर्व चपलता प्रदान करते हैं। रूस का दावा है कि यह किसी भी पश्चिमी फाइटर जेट को टक्कर देने की क्षमता रखता है।

4. Chengdu J-20 – चीन का स्टील्थ ड्रैगन

‘माइटी ड्रैगन’ के नाम से मशहूर J-20 चीन का पहला फिफ्थ-जेनरेशन स्टील्थ फाइटर है। यह लंबी दूरी तक दुश्मन के रडार में आए बिना मार करने की क्षमता रखता है। इसकी डिज़ाइन और तकनीक अमेरिकी जेट्स से प्रभावित मानी जाती है, लेकिन चीन ने इसे पूरी तरह से अपना बताया है। हालाँकि इसकी विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठते रहे हैं, लेकिन चीन इसे अपने वायुसेना का सबसे उन्नत प्लेटफॉर्म बताता है।

5 .Dassault Rafale – फ्रांस/भारत की नई ताकत

फ्रांस में बना राफेल भारत की वायुसेना में शामिल होते ही चर्चा का विषय बन गया। यह एक "ओमनी-रोल" फाइटर है, यानी एक ही मिशन में यह एयर-टू-एयर, एयर-टू-ग्राउंड और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर जैसे कई कार्य कर सकता है। इसकी रफ्तार, हथियार ले जाने की क्षमता और लंबी दूरी तक मार करने वाले मीटियोर मिसाइल इसे और खतरनाक बनाते हैं। 2020 में जब यह भारतीय स्क्वाड्रन का हिस्सा बना, तब से यह भारत की सामरिक शक्ति का पर्याय बन चुका है।

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