14 वर्षों बाद बहाली: क्यों है यह खास?
गौरतलब है कि बिहार में लाइब्रेरियन की भर्ती पिछले 14 वर्षों से ठप पड़ी थी। पिछली बार 2011-12 में लाइब्रेरियन के कुछ पदों पर बहाली हुई थी, जिसके बाद से यह प्रक्रिया ठंडी पड़ी हुई थी। इतने लंबे अंतराल के बाद एक साथ 6500 पदों को भरने की योजना, राज्य सरकार के शिक्षा और रोजगार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
योग्यता और पात्रता: कौन कर सकता है आवेदन?
इस बहाली के लिए वही अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे जिनके पास लाइब्रेरी साइंस में स्नातक डिग्री होगी। सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम 45% अंक अनिवार्य हैं, जबकि आरक्षित वर्ग, महिलाएं और दिव्यांगजन को 5% अंकों की छूट दी जाएगी। यानी इन वर्गों के लिए 40% अंकों के साथ ग्रेजुएशन पास करना पर्याप्त होगा।
उम्र सीमा में विशेष छूट
आवेदकों की न्यूनतम आयु 21 वर्ष तय की गई है। खास बात यह है कि इस बार नई नियमावली के तहत अधिकतम आयु सीमा में 10 साल की विशेष छूट दी जाएगी। इससे उन अभ्यर्थियों को भी अवसर मिलेगा, जो उम्र की बाधा के चलते पहले आवेदन नहीं कर पाते थे। इसके अतिरिक्त, कुल पदों में से 35% पद महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे, जिससे महिला उम्मीदवारों को भी पर्याप्त अवसर मिलेगा।
चयन प्रक्रिया: मेरिट के साथ प्राथमिकता को मिलेगा महत्व
चयन पूरी तरह लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। परीक्षा की संरचना, सिलेबस और परीक्षा तिथि से संबंधित जानकारी बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद स्पष्ट की जाएगी। इस बार की भर्ती नीति में एक बड़ा बदलाव यह भी है कि डोमिसाइल नीति को लागू किया जाएगा। इसका अर्थ है कि बिहार के स्थायी निवासियों को प्राथमिकता दी जा सकती है, जिससे स्थानीय युवाओं को अधिक लाभ मिलेगा।
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