डायबिटीज़ के लिए करेला: एक प्राकृतिक इलाज
करेले में पाया जाने वाला "पोलिपेप्टाइड-P" नामक तत्व इंसुलिन जैसा काम करता है, जो रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। साथ ही इसमें चारांटिन (Charantin) नामक यौगिक होता है जो ग्लूकोज को कम करने में प्रभावशाली है। यही कारण है कि डॉक्टर अक्सर मधुमेह रोगियों को करेले के जूस या सब्जी को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं।
ब्लड प्रेशर को करता है संतुलित
करेला पोटैशियम का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में सोडियम का संतुलन बनाए रखता है और इस प्रकार उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है।
डिटॉक्स भी करता है शरीर को
करेला लिवर के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, जिससे संक्रमण और अन्य बीमारियों का खतरा कम होता है।
कैसे करें सेवन?
हर सुबह खाली पेट करेले का जूस पीना सबसे फायदेमंद माना जाता है। इसे उबालकर या हल्के मसालों के साथ सब्जी के रूप में खाया जा सकता है। चाहें तो सुखाकर उसका पाउडर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
0 comments:
Post a Comment