पिछली बार कितनी हुई थी बढ़ोतरी?
सरकार ने मार्च 2025 में जनवरी 2025 से प्रभावी 2% की DA बढ़ोतरी की घोषणा की थी, जिससे DA मूल वेतन का 53% से बढ़कर 55% हो गया था। यह बढ़ोतरी भले ही मामूली रही हो, लेकिन लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स को उम्मीद है कि इस बार कुछ ज्यादा राहत मिलेगी।
DA कैसे तय होता है?
DA की गणना औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर की जाती है। श्रम ब्यूरो द्वारा प्रकाशित यह सूचकांक महंगाई दर को ट्रैक करता है और यह बताता है कि आम उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें किस हद तक बढ़ी हैं।
सातवें वेतन आयोग के तहत DA की गणना का सूत्र निम्नलिखित है: DA (%) = [(AICPI-IW का औसत – 261.42)/261.42] × 100, जहां AICPI-IW (All India Consumer Price Index for Industrial Workers) के लिए पुराने आधार वर्ष (2001=100) के आंकड़ों का उपयोग किया जाता है। यदि CPI-IW को नए आधार वर्ष (2016=100) से लिया गया हो, तो उसे पुराने वर्ष के बराबर लाने के लिए एक गुणक (2.88) से गुणा किया जाता है।
इस बार कितनी बढ़ोतरी?
हाल ही के CPI-IW आंकड़ों के आधार पर, अनुमानित औसत सूचकांक 412.70 बैठता है। जब इस आंकड़े को उपरोक्त सूत्र में डाला गया, तो संभावित DA लगभग 58% निकलता है। यानी, वर्तमान 55% DA से 3% की बढ़ोतरी की पूरी संभावना है।
क्या होगा वेतन पर असर?
मान लीजिए किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹25,000 है, तो: वर्तमान DA (55%) = ₹13,750, संभावित नया DA (58%) = ₹14,500, अंतर = ₹750 प्रति माह, यानी सालाना ₹9,000 तक की अतिरिक्त राशि उनके हाथ में आ सकती है। यह त्योहारों के मौसम में एक अच्छी राहत और अतिरिक्त खर्च की पूर्ति का साधन बन सकती है।
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