क्या है रुद्रम मिसाइल श्रृंखला?
रुद्रम सीरीज़ DRDO द्वारा विकसित की जा रही एंटी-रेडिएशन और सटीक हमला करने वाली मिसाइलों की श्रृंखला है। इनका मुख्य उद्देश्य दुश्मन के रडार, एयर डिफेंस सिस्टम, और अन्य कम्युनिकेशन इंस्टॉलेशनों को खत्म करना है ताकि भारतीय वायुसेना को आगे बढ़ने में कोई रुकावट न आए।
रुद्रम-1: पहले ही टेस्ट किया जा चुका है और इसका उपयोग दुश्मन के रेडार सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए किया जाता है।
रुद्रम-2 और रुद्रम-3: यह सुपरसोनिक क्षमताओं से लैस हैं और इन्हें ग्राउंड टारगेट्स पर सर्जिकल अटैक के लिए तैयार किया गया है।
रुद्रम-4: यह मिसाइल इस श्रृंखला में एक लॉन्ग-रेंज सबसोनिक क्रूज मिसाइल के रूप में विकसित किया जा रहा है। जो सबसे घातक हैं।
रुद्रम-4 की विशेषताएं
1 .रेंज: शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, रुद्रम-4 की रेंज 300 किलोमीटर से अधिक हो सकती है, और कुछ स्रोतों का दावा है कि यह 1000 किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी तक मार कर सकती है।
2 .स्पीड: यह एक सबसोनिक क्रूज मिसाइल होगी, जिसका अर्थ है कि यह कम ऊंचाई से उड़ान भरने में सक्षम होगी, जिससे इसका पता लगाना मुश्किल हो जाएगा।
3 .लॉन्च प्लेटफॉर्म: इसे भारतीय वायुसेना के Su-30MKI जैसे लड़ाकू विमानों से दागा जा सकेगा, जिससे इसकी उपयोगिता और मारक क्षमता और बढ़ जाएगी।
4 .लक्ष्य: इसका मुख्य लक्ष्य दुश्मन के कम्युनिकेशन हब, एयर डिफेंस सिस्टम, सैन्य अड्डे और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे होंगे।
चीन के लिए चिंता का विषय
रुद्रम-4 जैसी लॉन्ग-रेंज और सटीक क्रूज मिसाइल की क्षमता सीधे तौर पर भारत की रणनीतिक ताकत में इजाफा करेगी। इसकी लंबी रेंज और अत्याधुनिक टारगेटिंग सिस्टम इसे एलएसी (LAC) के पार गहराई में स्थित सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाने में सक्षम बना देगा।
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