1. दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत अब दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, और जल्द ही जापान व जर्मनी को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर आने की ओर अग्रसर है। IMF और वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाओं ने भी भारत की विकास दर को स्थिर और सकारात्मक बताया है। वर्ष 2025-26 तक भारत का GDP $4 ट्रिलियन को पार कर सकता है।
2. तेजी से बढ़ती GDP ग्रोथ
भारत की GDP ग्रोथ रेट लगातार 6-7% के बीच बनी हुई है, जो अधिकांश विकसित देशों से कहीं अधिक है। FY 2024-25 की पहली तिमाही में GDP वृद्धि 7.2% रही, जो वैश्विक मंदी के बीच भी भारत की आर्थिक ताकत को दर्शाता है।
3. मजबूत घरेलू मांग और उपभोग
भारत की विशाल जनसंख्या और बढ़ता मध्यम वर्ग देश में घरेलू मांग को लगातार मजबूत बनाए हुए है। इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, रिटेल और FMCG सेक्टर में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। डिजिटल पेमेंट्स और ई-कॉमर्स का तेज़ी से विस्तार भी इस रुझान को और बल दे रहा है।
4. मेक इन इंडिया और मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार
सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘पीएलआई स्कीम’ जैसे अभियानों ने भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब की ओर बढ़ाया है। एप्पल, सैमसंग समेत अन्य बड़ी कंपनियां भारत में अपने उत्पादन आधार बढ़ा रही हैं, जिससे रोजगार के अवसर भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं।
5. डिजिटलीकरण और टेक्नोलॉजी में नेतृत्व
UPI, आधार, डिजिलॉकर, ONDC जैसे प्लेटफॉर्म ने भारत को दुनिया के सबसे उन्नत डिजिटल इकोनॉमीज़ में शामिल कर दिया है। भारत आज डिजिटल ट्रांजैक्शन में विश्व में सबसे आगे है। फिनटेक, स्टार्टअप्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भी भारत तेज़ी से प्रगति कर रहा है।
6. भारत वर्तमान में वैश्विक निवेशकों की पसंद
भारत अब FDI (विदेशी निवेश) के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बन चुका है। भू-राजनीतिक स्थिति, श्रमबल, उद्यमिता और नीति-समर्थन के चलते भारत को चीन का विकल्प भी माना जा रहा है। हाल ही में कई अरब डॉलर के निवेश भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीन एनर्जी और तकनीकी क्षेत्रों में आए हैं।
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