1. स्वच्छता से शुरुआत करें
गणेश जी को स्वच्छता अत्यंत प्रिय है। इस दिन घर और पूजा स्थल की अच्छे से सफाई करें। मान्यता है कि जहां स्वच्छता होती है, वहीं देवताओं का वास होता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का वास होता है।
2. गणेश प्रतिमा की स्थापना करें
मिट्टी की या पर्यावरण-अनुकूल गणेश प्रतिमा को घर लाना शुभ माना जाता है। स्थापना के समय भगवान को दूर्वा, शुद्ध जल, लाल फूल, मोदक और पंचामृत अर्पित करें। उन्हें पूर्व या उत्तर दिशा में स्थापित करना उत्तम होता है।
3. 'गणपति मंत्रों का पाठ करें
गणेश चतुर्थी के दिन गणपति अथर्वशीर्ष, गणेश स्तोत्र या "ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का जाप करें। यह मानसिक शांति, बुद्धि, और सफलता के लिए अत्यंत प्रभावी होता है।
4. नवीन कार्यों की शुरुआत
गणेश जी को “आरंभ के देवता” माना गया है। इस दिन नया व्यवसाय, पढ़ाई, नौकरी या किसी शुभ कार्य की शुरुआत करना अत्यंत फलदायी होता है। माना जाता है कि ऐसे कार्यों में कोई विघ्न नहीं आता।
5. ज़रूरतमंदों की सहायता करें
दान-पुण्य से बड़ा कोई धर्म नहीं। गणेश चतुर्थी पर अन्न, वस्त्र, शिक्षा सामग्री या फल-मिठाइयाँ ज़रूरतमंदों को देना पुण्यदायक माना जाता है। यह न केवल आपके जीवन में सौभाग्य लाता है, बल्कि समाज में भी सकारात्मकता फैलाता है।
6. परिवार के साथ पूजा करें
गणेश जी को परिवार का देवता माना जाता है। इसलिए इस दिन पूरे परिवार के साथ मिलकर पूजा करना रिश्तों में प्रेम, एकता और सामंजस्य को बढ़ाता है।
7. गणेश विसर्जन का रखें ध्यान
यदि आप घर में गणपति की मूर्ति को एक दिन के लिए स्थापित करते हैं, तो विसर्जन शांतिपूर्वक और पर्यावरण की मर्यादाओं का ध्यान रखते हुए करें। विसर्जन के समय ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयघोष से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है।
0 comments:
Post a Comment