भारत से आकाश डिफेंस सिस्टम खरीद सकता है ये देश

नई दिल्ली। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते तनाव और चीन की आक्रामक नीतियों के बीच फिलीपींस अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को नए सिरे से सुदृढ़ करने में जुटा है। इस रणनीतिक दिशा में वह भारत के अत्याधुनिक ‘आकाश-1S’ एयर डिफेंस सिस्टम को अपने डिफेंस नेटवर्क में शामिल करने की गंभीर योजना बना रहा है। हाल ही में भारत द्वारा पाकिस्तान के साथ युद्ध में इस स्वदेशी प्रणाली की निर्णायक भूमिका ने वैश्विक मंच पर इसकी मांग को नए आयाम पर पहुंचा दिया है।

क्या है आकाश-1S मिसाइल सिस्टम?

‘आकाश-1S’ भारत द्वारा विकसित एक अत्याधुनिक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जिसे विशेष रूप से ड्रोन, क्रूज मिसाइल, आर्टिलरी रॉकेट और कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले विमानों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी अधिकतम मारक दूरी 45 किलोमीटर और ऊंचाई सीमा 20 किलोमीटर तक जाती है। यह मिसाइल 2.5 से 3.5 मैक की स्पीड से उड़ान भरती है और एकल मिसाइल से 88% और दो मिसाइलों के साल्वो फायर से 99% हिट रेट का दावा करती है।

फिलीपींस जरूरत और भारत से उम्मीदें

फिलीपींस वर्तमान में इजरायल का स्पाइडर डिफेंस सिस्टम उपयोग करता है, जिसमें पाइथन-5 और डर्बी मिसाइलें प्रमुख हैं। हालांकि ये मिसाइलें तेजी से प्रतिक्रिया देने वाली हैं, लेकिन उनकी रेंज और ऊंचाई सीमा आकाश-1S से कमतर है। ऐसे में, जब चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर में सैन्य आक्रामकता बढ़ रही है, फिलीपींस को अधिक सक्षम और व्यापक कवर देने वाले सिस्टम की आवश्यकता महसूस हो रही है। बता दें की भारत और फिलीपींस के पहले से मजबूत रक्षा संबंधों को नई गति ब्रह्मोस मिसाइल डील से मिली थी। अब आकाश-1S के प्रति उसकी दिलचस्पी इसी भरोसे की अगली कड़ी है।

रक्षा साझेदारी की ओर बढ़ता नया कदम

रिपोर्ट्स की मानें तो फिलीपींस के राष्ट्रपति जल्द ही भारत का दौरा करने वाले हैं और इस दौरान आकाश डिफेंस सिस्टम को लेकर बड़ा सौदा हो सकता है। एक सिस्टम की कीमत लगभग 200 मिलियन डॉलर आंकी जा रही है। यदि यह सौदा होता है, तो यह न केवल भारत की रक्षा निर्यात नीति के लिए बड़ी कामयाबी होगी, बल्कि भारत की “एक्ट ईस्ट” नीति को भी मजबूती मिलेगी।

0 comments:

Post a Comment