ब्याज दरों पर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला: तुरंत पढ़ें!

नई दिल्ली। सरकार ने एक बार फिर से छोटे निवेशकों को राहत दी है। वित्त मंत्रालय ने 30 सितंबर 2025 को घोषणा की कि अक्टूबर से दिसंबर 2025 की तिमाही के लिए डाकघर की विभिन्न छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। यानी कि इस दौरान सभी प्रमुख योजनाएं उन्हीं पुरानी दरों पर चलती रहेंगी जो पिछले तीन महीनों में लागू थीं।

सातवीं बार लगातार दरें स्थिर

इस बार लगातार सातवीं तिमाही है जब सरकार ने इन योजनाओं की ब्याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया है। यह निर्णय ऐसे समय पर आया है जब रिज़र्व बैंक ने इस साल तीन बार रेपो रेट में कटौती की है, फिर भी सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (SSA), सीनियर सिटिज़न सेविंग्स स्कीम (SCSS) जैसी योजनाओं को पहले की तरह ही अधिक आकर्षक बनाए रखा है।

वित्त मंत्रालय ने क्या कहा?

वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना में स्पष्ट किया कि वित्त वर्ष 2025-26 की तीसरी तिमाही यानी 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2025 तक सभी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें जुलाई-सितंबर 2025 वाली ही रहेंगी। इसका मतलब यह है कि मौजूदा निवेशकों के साथ-साथ नए निवेशकों को भी पुराने दरों पर ही रिटर्न मिलेगा।

ब्याज दर (अक्टूबर-दिसंबर 2025)

सेविंग्स डिपॉजिट: 4%

1 साल की टाइम डिपॉजिट: 6.9%, 2 साल की टाइम डिपॉजिट: 7%, 3 साल की टाइम डिपॉजिट: 7.1%, 5 साल की टाइम डिपॉजिट: 7.5%, 5 साल की रिकरिंग डिपॉजिट: 6.7%

सीनियर सिटिज़न सेविंग्स स्कीम (SCSS): 8.2%, मंथली इनकम स्कीम (MIS): 7.4%, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC): 7.7%, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): 7.1%, किसान विकास पत्र (KVP) – 115 महीने में परिपक्व: 7.5%, सुकन्या समृद्धि योजना (SSA): 8.2%

निवेशकों के लिए क्या है मतलब?

सरकार का यह फैसला छोटे निवेशकों, वरिष्ठ नागरिकों, और बचत को प्राथमिकता देने वाले परिवारों के लिए राहत भरा है। जहां एक ओर बैंकों में FD की दरें कम हो रही हैं, वहीं इन योजनाओं में अभी भी बेहतर और सुरक्षित रिटर्न मिल रहा है। खासतौर पर SSA और SCSS जैसी योजनाएं अब भी 8% से ज्यादा ब्याज दे रही हैं, जो मौजूदा आर्थिक हालात में काफी फायदेमंद मानी जा सकती हैं।

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