कमिशनिंग रूस में ही, फिर भारत लाया जाएगा
‘तमाल’ की कमिशनिंग रूस में ही होगी, जिसके बाद इसे भारत लाया जाएगा। इस प्रक्रिया में भारतीय नौसेना की लगभग 200 सदस्यीय विशेषज्ञ टीम पहले से रूस में मौजूद है, जो ट्रायल्स से लेकर कमीशनिंग तक हर पहलू की निगरानी कर रही है। कमिशनिंग के बाद 'तमाल' को आधिकारिक रूप से आईएनएस तमाल (INS Tamal) नाम दिया जाएगा।
तमाल की खासियतें: स्टील्थ, स्पीड और मारक क्षमता
क्लास: स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट
वजन: लगभग 3,900 टन
स्पीड: 30 नॉटिकल मील (करीब 55 किमी/घंटा)
हथियार: ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइल, एंटी-सबमरीन टॉरपीडो और रॉकेट्स, हेलीकॉप्टर तैनाती की सुविधा
यह युद्धपोत समुद्र में दुश्मनों की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ-साथ पनडुब्बियों के खतरे को भी नष्ट करने में सक्षम होगा। इसकी स्टेल्थ तकनीक इसे दुश्मन के रडार से छुपने में मदद करती है, जिससे यह अचूक हमला कर सकता है। तमाल के शामिल होने से भारतीय नौसेना के फ्रीगेट्स की संख्या 13 से बढ़कर 14 हो जाएगी। मौजूदा समय में भारतीय नौसेना के पास: 13 फ्रीगेट्स, 10 डिस्ट्रॉयर, 10 कोरवेट हैं।
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