1. विटामिन डी
विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाता है। यह कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, जिससे हड्डियां टूटने और कमजोर होने से बची रहती हैं। इसके साथ ही विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत बनाता है। सूरज की रोशनी से विटामिन डी मिलता है, लेकिन अगर पर्याप्त एक्सपोजर नहीं हो पाता तो सप्लीमेंट लेना आवश्यक होता है।
2. कैल्शियम
कैल्शियम हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए जरूरी है। इस उम्र में कैल्शियम की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं, इसलिए इसके सेवन पर खास ध्यान देना चाहिए। दूध, दही, पनीर, और हरी सब्जियों से कैल्शियम की अच्छी मात्रा मिलती है।
3. विटामिन बी12
विटामिन बी12 तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और यह शरीर में ऊर्जा उत्पादन में भी मदद करता है। इसके अभाव से कमजोरी, थकान और याददाश्त कमजोर हो सकती है। यह विटामिन खासकर शाकाहारियों को सप्लीमेंट के रूप में लेना चाहिए।
4. ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और मस्तिष्क के कार्य को भी बढ़ावा देता है। यह सूजन कम करता है और दिल की बीमारियों के जोखिम को घटाता है। मछली, अखरोट, और फ्लैक्ससीड में ओमेगा-3 पाया जाता है।
5. आयरन
40 के बाद खासकर महिलाओं में आयरन की कमी से एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने के लिए जरूरी है, जो ऑक्सीजन को पूरे शरीर में पहुंचाता है। आयरन युक्त आहार जैसे पालक, राजमा, अनार, चुकंदर का सेवन बढ़ाना चाहिए।
6. मैग्नीशियम
मैग्नीशियम हड्डियों, मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के सही कामकाज के लिए आवश्यक है। यह तनाव कम करता है और नींद में सुधार लाता है। नट्स, बीज, और साबुत अनाज मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत हैं।
7. विटामिन सी
विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और त्वचा की सेहत के लिए भी आवश्यक है। यह शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिससे त्वचा जवान और स्वस्थ रहती है। नींबू, संतरा, और हरी मिर्च विटामिन सी के प्रमुख स्रोत हैं।
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