तुलसी के पत्ते माइग्रेन, तनाव और 6 बीमारियों को करते हैं दूर

धर्म डेस्क। तुलसी, जिसे कई संस्कृतियों में “पवित्र पौधा” कहा जाता है, सिर्फ एक धार्मिक पौधा ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसके पत्तों में औषधीय गुण होते हैं जो माइग्रेन, तनाव समेत कई गंभीर बीमारियों को दूर करने में मददगार साबित होते हैं। आयुर्वेद और आधुनिक शोध दोनों तुलसी के चमत्कारिक लाभों को स्वीकार करते हैं। 

माइग्रेन और तनाव में राहत

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में माइग्रेन और तनाव आम हो गए हैं। तुलसी के पत्ते में मौजूद प्राकृतिक तत्व दिमाग को शांत करते हैं और सिरदर्द को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी की चाय पीना या इसके पत्तों को चबाना तनाव को कम करने का असरदार उपाय है।

6 प्रमुख बीमारियाँ जिनसे बचाव

1 .सर्दी-खांसी: तुलसी के पत्ते सर्दी और खांसी से राहत देते हैं, श्वास नली को साफ करते हैं।

2 .ब्लड शुगर नियंत्रण: तुलसी शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।

3 .पेट की समस्याएँ: गैस, कब्ज जैसी पाचन समस्याओं को दूर करता है।

4 .हाई ब्लड प्रेशर: नियमित सेवन से हाई बीपी कम होती है।

5 .स्किन एलर्जी: त्वचा की सूजन और एलर्जी में फायदेमंद है।

6 .इम्यूनिटी बूस्ट: शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

तुलसी का सेवन कैसे करें?

आपको बता दें की तुलसी के पत्तों को आप रोजाना सुबह खाली पेट एक- दो पत्ते चबा सकते हैं। इसके अलावा तुलसी की चाय बनाकर पीना भी लाभकारी होता है। आयुर्वेदिक दवाइयों और घरेलू नुस्खों में तुलसी का उपयोग कई तरह से किया जाता है।

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