हालांकि अभी तक सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर 8वें वेतन आयोग की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन कर्मचारी संगठनों और विशेषज्ञों की मानें तो इसकी प्रक्रिया 2026 से पहले शुरू हो सकती है। इसी बीच, एक अनुमान के आधार पर यह जानने की कोशिश की गई है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर ग्रेड-पे 2800 वालों की सैलरी में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है।
कैसे की गई सैलरी की अनुमानित गणना?
इस अनुमानित कैलकुलेशन में निम्नलिखित मानकों को आधार बनाया गया है: फिटमेंट फैक्टर: 1.92 (संभावित रूप से बढ़ाया जा सकता है), महंगाई भत्ता (DA): 0% (DA नए वेतन आयोग में बेसिक में समाहित हो जाता है), HRA: X श्रेणी (मेट्रो शहर) के लिए 30%, TPTA (Transport Allowance): उच्च श्रेणी के शहर के अनुसार, अनुमानित कटौतियां: NPS, CGHS आदि को मिलाकर करीब 7%
Level-5 (Basic Pay ₹29,200) के आधार पर अनुमानित सैलरी
वेतन घटक: राशि (₹ में)
संशोधित बेसिक पे (₹29,200 × 1.92): ₹56,064
मकान किराया भत्ता (HRA - 30%); ₹16,819
परिवहन भत्ता (TPTA – उच्च दर): ₹3,600
कुल सकल वेतन (Gross Salary): ₹76,483
NPS + CGHS (अनुमानित कटौती): ₹5,256
नेट वेतन (हाथ में आने वाला वेतन): ₹70,627
क्या कहते हैं कर्मचारी संगठन?
कई संगठन मांग कर रहे हैं कि नए वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.67 या उससे अधिक रखा जाए, जिससे कर्मचारियों की वास्तविक क्रय शक्ति में वृद्धि हो सके। साथ ही यह भी मांग की जा रही है कि महंगाई भत्ते की गणना हर 3 महीने में की जाए और पे-मैट्रिक्स को वर्तमान महंगाई के अनुसार संशोधित किया जाए।
कब आ सकता है 8वां वेतन आयोग?
सरकारी परंपरा के अनुसार, हर 10 वर्ष में नया वेतन आयोग लागू होता है। 6वां वेतन आयोग 2006 में और 7वां 2016 में आया था। ऐसे में 8वें वेतन आयोग की लागू होने की संभावना 2026 में मानी जा रही है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय केंद्र सरकार द्वारा ही लिया जाएगा।
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