ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दर्ज करें शिकायत
अब ऐसे शिक्षक जिन्हें उनके चुने गए 10 विकल्पों में से कोई भी विद्यालय या जिला नहीं मिला, वे अपनी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए ई-शिक्षाकोष पोर्टल को खोला गया है, जहां शिक्षक अपनी समस्या और असंतोष से जुड़ी जानकारी भर सकते हैं। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिला स्थापना समिति इन शिकायतों की व्यक्तिगत रूप से जांच और निपटारा करेगी।
ट्रांसफर के लिए सात श्रेणियों में प्राप्त हुए आवेदन
शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर विभाग को 1.90 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो नीचे दी गई 7 श्रेणियों में आते हैं: कैंसर से ग्रसित शिक्षक, किडनी रोग, हृदय रोग, दिव्यांगता, विधवा/परित्यक्ता शिक्षिका, पति-पत्नी की एक साथ पोस्टिंग, दूरी के आधार पर ट्रांसफर की मांग। पहले चरण में इन आवेदनों का निपटारा मुख्यालय और जिला स्तर पर किया गया, लेकिन बड़ी संख्या में शिक्षकों को अभी भी संतोषजनक स्थान नहीं मिला।।
असंतुष्ट शिक्षकों को मिला समाधान का अवसर
शिक्षकों के हित में उठाया गया यह कदम उन्हें अपनी बात रखने और न्याय पाने का अवसर देता है। 25 जून को जारी आदेश के अनुसार, अब हर असंतुष्ट शिक्षक की शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और न्यायोचित समाधान दिया जाएगा।
महिला शिक्षकों को प्राथमिकता, पुरुषों को करना होगा इंतजार
शिक्षा विभाग ने सातवीं श्रेणी (दूरी के आधार पर ट्रांसफर) के अंतर्गत महिला शिक्षकों को प्राथमिकता दी है। इसके पीछे सामाजिक और पारिवारिक कारणों को आधार बनाया गया है। वहीं, पुरुष शिक्षकों के ट्रांसफर की प्रक्रिया फिलहाल स्थगित है। इसे विद्यालयों में रिक्तियों, छात्र-शिक्षक अनुपात, और प्रतिस्थानी शिक्षक की उपलब्धता के अनुसार ही आगे बढ़ाया जाएगा।
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