बिहार में 12वीं को 4000 और ग्रेजुएट को 6 हजार

पटना। बिहार सरकार ने राज्य के युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना (CM PRATIGYA - CM Promotion of Readiness, Awareness and Technical Insights for Guiding Youth Advancement) के नाम से शुरू की गई इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य है युवाओं को उद्योगों से जोड़ना, उन्हें व्यावसायिक अनुभव देना और आत्मनिर्भर बनाना।

क्या है मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना?

यह योजना 1 जुलाई, 2025 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लॉन्च की गई थी। योजना का मूल मकसद यह है कि राज्य के 12वीं पास, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को इंटर्नशिप के माध्यम से रोजगार के अनुकूल बनाया जाए। सरकार इसके लिए न सिर्फ कंपनियों के साथ साझेदारी कर रही है, बल्कि प्रतिभागियों को वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रही है।

स्टाइपेंड की राशि कितनी मिलेगी?

12वीं पास युवाओं को: ₹4,000 प्रति माह

ग्रेजुएट/पोस्ट ग्रेजुएट को: ₹6,000 प्रति माह

अगर चयन राज्य से बाहर की कंपनी में होता है: ₹2,000 अतिरिक्त सहायता

यह सुविधा न सिर्फ पढ़ाई पूरी कर चुके युवाओं को दी जाएगी, बल्कि जिनका करियर अब तक शुरू नहीं हो पाया है, उन्हें भी सही दिशा में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।

कितने युवाओं को मिलेगा लाभ?

सरकार ने यह लक्ष्य रखा है कि अगले पांच वर्षों में कम से कम एक लाख युवाओं को इस योजना के माध्यम से इंटर्नशिप का मौका मिले। इसके लिए ₹40.69 करोड़ से अधिक का बजट तय किया गया है। श्रम संसाधन विभाग इस योजना की निगरानी करेगा और योग्य कंपनियों की सूची भी पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।

चयन प्रक्रिया और आवेदन कैसे करें?

आवेदन प्रक्रिया अगस्त 2025 से शुरू हो चुकी है। इच्छुक अभ्यर्थियों को सरकार द्वारा बनाए गए ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा। आवेदन के समय शैक्षणिक योग्यता, आधार कार्ड, बैंक खाता और स्थानीय निवास प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी। विभाग कंपनियों के साथ मिलकर युवाओं का चयन करेगा और उन्हें इंटर्नशिप के लिए भेजेगा।

0 comments:

Post a Comment