नसों में ढीलापन: ये 4 विटामिन्स करेंगे मरम्मत

हेल्थ डेस्क। आज की तेज़ रफ्तार और तनावपूर्ण जीवनशैली का सीधा असर हमारे शरीर के तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) पर पड़ता है। लगातार थकान, झनझनाहट, हाथ-पैर सुन्न होना या नसों में कमजोरी जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इन लक्षणों का एक प्रमुख कारण शरीर में कुछ ज़रूरी विटामिन्स की कमी हो सकती है।

1. विटामिन B12

विटामिन B12 तंत्रिका तंत्र की कार्यप्रणाली के लिए सबसे महत्वपूर्ण विटामिन है। इसकी कमी से नसों में सुन्नपन, कमजोरी और यहां तक कि याद्दाश्त में कमी भी हो सकती है। अंडा, मछली, दूध और दूध से बने उत्पाद इसके अच्छे स्रोत हैं। शाकाहारियों को डॉक्टर की सलाह पर सप्लिमेंट लेने की सलाह दी जाती है।

2. विटामिन B1 (थायमिन)

आपको बता दें की थायमिन नसों को ऊर्जा देने और उनका संचार सही रखने में मदद करता है। इसकी कमी से मानसिक थकावट, चिड़चिड़ापन और तंत्रिका क्षति हो सकती है। साबुत अनाज, दालें और बीजों में यह भरपूर मात्रा में मिलता है।

3. विटामिन B6

विटामिन B6 न्यूरोट्रांसमीटर्स (नर्व सिग्नल भेजने वाले रसायन) को सक्रिय रखता है। इसकी कमी से नसों में झनझनाहट, मांसपेशियों में खिंचाव और नींद की समस्या हो सकती है। केला, आलू, पालक और मछली इसके बेहतरीन स्रोत हैं।

4. विटामिन E

एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होने के साथ-साथ विटामिन E नसों को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाता है। यह नसों को नुकसान से सुरक्षित रखता है और उनकी ताकत बनाए रखता है। बादाम, सूरजमुखी के बीज और हरी पत्तेदार सब्जियां विटामिन E से भरपूर होती हैं।

सावधानी और सलाह:

अगर आपको लंबे समय से नसों से जुड़ी समस्या हो रही है जैसे कि झनझनाहट, सुन्नपन, चलने में कठिनाई या लगातार थकान, तो खुद इलाज करने के बजाय चिकित्सक से परामर्श लें। विटामिन की अधिक मात्रा भी शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।

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