शुक्रवार को आजमगढ़ के अजमतगढ़ ब्लॉक में प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि यह मांग लंबे समय से उठ रही थी कि सफाईकर्मियों को पंचायत कर्मचारी के रूप में पहचाना जाए। सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और अब इसे आधिकारिक रूप से स्वीकार कर आदेश जारी कर दिया गया है।
यह परिवर्तन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्षों से गांवों की स्वच्छता व्यवस्था संभालने वाले ये कर्मचारी सामाजिक दृष्टि से उपेक्षित महसूस करते थे। 'सफाईकर्मी' शब्द अकसर उनके काम के सम्मान को पूरी तरह से व्यक्त नहीं करता था। अब 'पंचायत कर्मचारी' के रूप में उन्हें न केवल एक नई पहचान मिली है, बल्कि यह उन्हें ग्राम प्रशासनिक व्यवस्था का एक सम्मानजनक हिस्सा भी बनाता है।
इस घोषणा के समय उपस्थित कर्मचारियों की आंखों में आत्मसम्मान की जो चमक थी, वह इस फैसले की गहराई को स्पष्ट करती है। यह कदम उन्हें मानसिक रूप से और अधिक सशक्त करेगा, जिससे वे और अधिक गर्व के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकेंगे। पंचायती राज मंत्री ने स्पष्ट कहा कि यह केवल नाम बदलने की कवायद नहीं है, बल्कि यह उन लाखों कर्मचारियों के योगदान को स्वीकार करने और उन्हें सामाजिक रूप से सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
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