बिहार के सरकारी स्कूलों में बड़ा बदलाव, तुरंत पढ़ें!

पटना। बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना (Mid Day Meal) को लेकर एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया गया है। राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए पायलट प्रोजेक्ट के तहत अब विद्यालयों के प्रधानाध्यापक मध्याह्न भोजन योजना की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिए गए हैं। उनकी जगह अब यह जिम्मेदारी स्कूलों में कार्यरत अन्य शिक्षकों को सौंपी गई है।

मध्याह्न भोजन निदेशालय के निर्देशानुसार, संबंधित बैंकों में भी अब प्रभार वाले शिक्षकों के हस्ताक्षर मान्य होंगे। यह कार्य शुक्रवार तक पूरा कर लिया जाएगा। निदेशक विनायक मिश्रा मिश्र द्वारा इस बाबत बैंकों के क्षेत्रीय प्रमुखों को पत्र भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि हस्ताक्षर परिवर्तन का कार्य हर हाल में समय पर किया जाए।

शैक्षिक गुणवत्ता पर फोकस

इस नई व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य है कि प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक शैक्षिक गतिविधियों पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें। इसके लिए उन्हें मध्याह्न भोजन संचालन जैसे प्रशासनिक कामों से पूरी तरह मुक्त कर दिया गया है। इसको लेकर निर्देश दिए गए हैं।

कैसे काम करेगा नया सिस्टम?

1 .मध्याह्न भोजन प्रभारी शिक्षक प्रतिदिन विद्यालय आरंभ होने के एक घंटे बाद बच्चों की उपस्थिति का फोटो लेंगे।

2 .उपस्थिति के अनुसार रसोइये को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।

3 .भोजन तैयार होने की अनुश्रवण (Monitoring) की जाएगी और बच्चों को भोजन करते हुए फोटो लेकर रिकॉर्ड किया जाएगा।

4 .यह सारी जानकारी प्रतिदिन ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।

5 .प्रभारी शिक्षक केवल तीन पीरियड पढ़ाएंगे, बाकी समय वे मिड-डे मील की देखरेख में लगेंगे।

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