पठानकोट से जैसलमेर तक एयर डिफेंस का जलवा
हाल ही में पाकिस्तान द्वारा भारतीय सीमाओं के पास मिसाइल और ड्रोन हमलों की कोशिशें की गईं, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस ने उन्हें आसमान में ही ध्वस्त कर दिया। पठानकोट, जैसलमेर, पुंछ और उधमपुर जैसे इलाकों में लोग धमाकों की आवाजें तो सुन पाए, लेकिन धरती पर कोई तबाही नहीं हुई। इसका पूरा श्रेय जाता है भारत की मजबूत एयर डिफेंस प्रणाली को — और अब यह प्रणाली और भी घातक रूप लेने जा रही है।
क्या है XRSAM या ERADS?
DRDO द्वारा विकसित किया जा रहा यह सिस्टम ‘प्रोजेक्ट कुश’ का हिस्सा है। XRSAM एक मोबाइल और मल्टी-लेयर एयर डिफेंस इंटरसेप्टर सिस्टम होगा, जो लंबी दूरी से आने वाली मिसाइलें, फाइटर जेट्स और ड्रोनों को हवा में ही खत्म कर देगा। इस प्रणाली में एक साथ कई टारगेट्स पर निशाना साधने की क्षमता होगी, जिससे यह एक ही समय में दर्जनों मिसाइलों को नष्ट कर सकता है। यानी दुश्मन चाहे जितना बड़ा हमला करे, यह एयर डिफेंस सिस्टम हर दिशा से आने वाले ख़तरों को पल भर में नाकाम कर देगा।
S-400 से भी आगे
रूस से खरीदे गए S-400 सिस्टम को आज दुनिया के सबसे ताकतवर एयर डिफेंस सिस्टम्स में गिना जाता है। लेकिन DRDO द्वारा विकसित किया जा रहा XRSAM इससे भी अधिक एडवांस होगा। रिपोर्ट्स की मानें तो इसकी रेंज और मारक क्षमता S-400 से अधिक होगी, साथ ही इसमें नई पीढ़ी के रडार और मिसाइल तकनीकें शामिल होंगी।
क्या होंगी खूबियां?
90% से अधिक टारगेट डिटेक्शन और इंटरसेप्शन सफलता दर।
क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइलों से लेकर स्टील्थ फाइटर जेट और ड्रोन्स तक का सफाया।
लॉन्ग रेंज सर्विलांस एंड फायर कंट्रोल रडार: जो दुश्मन की हर हरकत पर नजर रखेगा।
मल्टी-मिसाइल लॉन्च सिस्टम: जो कम, मध्यम और लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें दाग सकेगा।
AWACS (Airborne Warning and Control Systems) जैसे हवाई खतरों को भी मार गिराने की क्षमता।
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